समझौते में भी नहीं माने सबइंस्पेक्टर
गांव के प्रधान मुरारी लाल सहित अन्य लोग भी आ गए, उन्होंने सब इंस्पेक्टर को समझाया लेकिन वह नहीं माना। इसी बीच थाने की दलाली करने वाले महेश और सतीश आ गए, उन्होंने 28 हजार रुपये में सौदा करा दिया, यशपाल ने 18 हजार रुपये दे दिए और 10 हजार रुपये बाद में देने के लिए कहा। सब इंस्पेक्टर शिकायत न करने की धमकी देकर चला गया।
गांव के प्रधान मुरारी लाल सहित अन्य लोग भी आ गए, उन्होंने सब इंस्पेक्टर को समझाया लेकिन वह नहीं माना। इसी बीच थाने की दलाली करने वाले महेश और सतीश आ गए, उन्होंने 28 हजार रुपये में सौदा करा दिया, यशपाल ने 18 हजार रुपये दे दिए और 10 हजार रुपये बाद में देने के लिए कहा। सब इंस्पेक्टर शिकायत न करने की धमकी देकर चला गया।
पुलिस कप्तान से की शिकायत
यशपाल ने पहले 100 नंबर पर सब इंस्पेक्टर द्वारा लिए गए 18 हजार रुपये की शिकायत की। यशपाल ने बताया कि दो जनवरी को वे एसएसपी कार्यालय आए, यहां मनसुखपुरा के थाना प्रभारी को यशपाल के पैसे लौटाने के लिए कहा, यशपाल थाने पहुंचा तो सब इंस्पेक्टर ने पैसे नहीं लौटाए और धमकी देने लगा। यशपाल दोबारा एसएसपी कार्यालय पहुंचे, इसके बाद सब इंस्पेक्टर अजीत यादव को सस्पेंड कर दिया। इस मामले में एसएसपी के आदेश पर एसओ द्वारा जांच की गई, ग्रामीणों ने सब इंस्पेक्टर अजीत यादव द्वारा रुपये लेने की गवाही दी, एसओ की रिपोर्ट के बाद आरोपी सब इंस्पेक्टर अजीत यादव, दलाल महेश, सतीश सहित दो पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
यशपाल ने पहले 100 नंबर पर सब इंस्पेक्टर द्वारा लिए गए 18 हजार रुपये की शिकायत की। यशपाल ने बताया कि दो जनवरी को वे एसएसपी कार्यालय आए, यहां मनसुखपुरा के थाना प्रभारी को यशपाल के पैसे लौटाने के लिए कहा, यशपाल थाने पहुंचा तो सब इंस्पेक्टर ने पैसे नहीं लौटाए और धमकी देने लगा। यशपाल दोबारा एसएसपी कार्यालय पहुंचे, इसके बाद सब इंस्पेक्टर अजीत यादव को सस्पेंड कर दिया। इस मामले में एसएसपी के आदेश पर एसओ द्वारा जांच की गई, ग्रामीणों ने सब इंस्पेक्टर अजीत यादव द्वारा रुपये लेने की गवाही दी, एसओ की रिपोर्ट के बाद आरोपी सब इंस्पेक्टर अजीत यादव, दलाल महेश, सतीश सहित दो पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।