अधिकारियों के बीच चेहरा चमकाने की होड़ छोड़ दें दरअसल बीते आठ सिंतबर को महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने आगरा के होटल ताज विलास में क्षेत्रीय बैठक ली। इस बैठक में ब्रज क्षेत्र के तमाम पदाधिकारी शामिल रहे। कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद संगठन महामंत्री मसुनील बंसल ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक बेहद गोपनीय थी, मीडिया को नहीं बुलाया गया था। इस दौरान सुनील बंसल ने 2019 लोकसभा चुनाव और निकाय चुनाव में जीत के लिए जी तोड़ मेहनत के लिए जुट जाने का निर्देश दिया। वहीं बैठक में इस दौरान बंसल के के बेहद कड़े तेवर नजर आए। पार्टी सूत्रों के मुताबिक सुनील बंसल ने पदाधिकारियों को चेहरा चमकाने और सिर्फ अधिकारियों की निगाह में आने का प्रयास करने की बजाय जमीन पर कार्य करने की नसीहत दी। सुनील बंसल ने साफ शब्दों में कहा कि हमारे पास सब रिपोर्ट है कि कौन नेता क्या कर रहा है। जिलों में अगर कोई मंत्री या प्रभारी मंत्री आता है तो सभी पदाधिकारी पीछे-पीछे घूमते हैं, ताकि अधिकारी इस दौरान उन्हें देख ले और नमस्कार करे, जबकि यह नहीं होना चाहिए। संगठन की तरफ से कुछ लोगों को मंत्री या प्रभारी मंत्री को रिसीव करने की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए, जो अनुशासित रहें। पार्टी के जिला अध्यक्ष और शहर अध्यक्ष को जाना चाहिए। सुनील बंसल ने कहा कि कार्यकर्ताओं औऱ जनता की समस्याओं के निवारण के लिए पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रभारी मंत्री से बात करें और एक कॉपी लखनऊ भेजें।
दीपावली के बाद उलटफेर इस दौरान सुनील बंसल ने यह भी कहा कि मैं यहां अभी उपस्थित लोगों में से ही बता सकता हूं कि कौन क्या कर रहा है। इसलिए जमीन पर काम करना शुरू कर दीजिए। 2017 में बड़ी मेहनत से जीत मिली है, अब 2019 में जीत हासिल करने के लिए लगातार मेहनत की जरूरत है। नेता पब्लिक के बीच में रहें, जनता का विश्वास न टूटने पाए। सुनील बंसल ने बैठक में चेतावनी दी कि जो जिला अध्यक्ष और शहर अध्यक्ष अब भी नहीं सुधरे उन्हें दीपावली के बाद बदल दिया जाएगा। इस चेतावनी के बाद भाजपा नेताओं की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। भाजपाइयों के बीच यही चर्चा का विषय है कि आखिर दीपावली के बाद किसकी विकेट चटकने वाली है।
2017 की जीत में सुनील बंसल का है अहम रोल बता दें कि 2017 की जीत के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अगर तीसरा कोई नाम आता है तो वह है सुनील बंसल। सुनील बंसल ने बूथ स्तर पर जाकर कार्यकर्ताओं की फौज तैयार की और पार्टी को उम्मीद से अधिक सीट दिलाईं। इस जीत के बाद सुनील बंसल को यूपी का अमित शाह कहा जाने लगा है। एक बार फिर 2019 की जीत के लिए मोदी-शाह टीम के बेहद विश्वसनीय सुनील बंसल संगठन के कील कांटे दुरुस्त करने में जुट गए हैं।