यहां हुआ प्रोग्राम
श्रमिक नेता व समाजसेवी पंडित तुलाराम शर्मा, संजय शर्मा अपनी टीम के साथ दिवाली से एक दिन पूर्व फतेहाबाद रोड़ स्थित ईट भट्टे पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने ईट भट्टा श्रमिकों के छोटे छोटे बच्चों को कपड़े और मिष्ठान का वितरण किया। नए कपड़े पाकर इन बच्चों के चेहरे खुशी से खिले हुए थे। बच्चे नए कपड़े पहनकर इतरा रहे थे, वहीं मिइाई ने मानों इन बच्चों की खुशियां दोगुनी कर दीं थीं।
श्रमिक नेता व समाजसेवी पंडित तुलाराम शर्मा, संजय शर्मा अपनी टीम के साथ दिवाली से एक दिन पूर्व फतेहाबाद रोड़ स्थित ईट भट्टे पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने ईट भट्टा श्रमिकों के छोटे छोटे बच्चों को कपड़े और मिष्ठान का वितरण किया। नए कपड़े पाकर इन बच्चों के चेहरे खुशी से खिले हुए थे। बच्चे नए कपड़े पहनकर इतरा रहे थे, वहीं मिइाई ने मानों इन बच्चों की खुशियां दोगुनी कर दीं थीं।
ये बोले तुलाराम शर्मा
तुलाराम शर्मा ने कहा कि अमीरों की दिवाली तो रोशनी से भरी होती है, लेकिन इन बच्चों की दिवाली अंधेरे में गुजरती है। इस अंधेरे को दूर करने के लिए एक छोटा सा प्रयास रहा। इन बच्चों को कपड़े और मिष्ठान वितरण किया गया। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम हर वर्ष दिवाली के अवसर पर किया जाता है। इन बच्चों के खिले हुए चेहरे देखकर मन प्रसन्न हो जाता है।
तुलाराम शर्मा ने कहा कि अमीरों की दिवाली तो रोशनी से भरी होती है, लेकिन इन बच्चों की दिवाली अंधेरे में गुजरती है। इस अंधेरे को दूर करने के लिए एक छोटा सा प्रयास रहा। इन बच्चों को कपड़े और मिष्ठान वितरण किया गया। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम हर वर्ष दिवाली के अवसर पर किया जाता है। इन बच्चों के खिले हुए चेहरे देखकर मन प्रसन्न हो जाता है।
ये की है मांग
तुलाराम शर्मा ने इस अवसर पर मांग की, कि इन बच्चों के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। आगरा में सरकार का एक अच्छा प्रयास बाल श्रमिक विद्यालयाओं के रूप में है। कुछ ऐसे ही अन्य कदम उठाए जाएं, जिससे इन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। साथ की श्रमिकों के लिए स्वास्थ, सुरक्षा संबंधी मामलों पर भी सरकार से अपील की, कि ऐसी ठोस रणनीति बनाई जाए, जिनसे इन श्रमिकों के जीवन में भी खुशहाली आ सके।
तुलाराम शर्मा ने इस अवसर पर मांग की, कि इन बच्चों के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। आगरा में सरकार का एक अच्छा प्रयास बाल श्रमिक विद्यालयाओं के रूप में है। कुछ ऐसे ही अन्य कदम उठाए जाएं, जिससे इन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। साथ की श्रमिकों के लिए स्वास्थ, सुरक्षा संबंधी मामलों पर भी सरकार से अपील की, कि ऐसी ठोस रणनीति बनाई जाए, जिनसे इन श्रमिकों के जीवन में भी खुशहाली आ सके।