ड्रग निरीक्षक नरेश मोहन दीपक ने बताया कि श्रुति और आकांक्षा नशीली दवा ड्रमाडोल हाइड्रो क्लाराइड की रिपैकिंग करती थीं। जिनमें एक श्रुति गुप्ता बीडीएस (मेडिकल) की पढ़ाई कर रही थी। दवाओं की पैकिंग कर उन्हेंं ट्रांसपोर्ट तक सप्लाई करने में सहयोग करती थीं। इस मामले में इंस्पेक्टर कमला नगर नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि नशीली दवाओं की तस्करी में अब तक आठ लोगों को जेल भेजा जा चुका है। सरगना पंकज गुप्ता की निशानदेही पर करीब सात करोड़ का माल जब्त किया गया है। रीता गुप्ता और अनिल करीरा नामक दो आरोपी फरार हैं जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।