scriptबाढ़ में फंसे दो मरीजों ने इलाज के अभाव में तोड़ा दम, प्रशासन के धरे रह गये इन्तजाम | Two patient die in Chambal flood due to lack treatment in Agra | Patrika News

बाढ़ में फंसे दो मरीजों ने इलाज के अभाव में तोड़ा दम, प्रशासन के धरे रह गये इन्तजाम

locationआगराPublished: Sep 19, 2019 11:53:09 am

-चम्बल में जलस्तर गिरने के बाद आफत बरकरार-इलाज के अभाव में दो मरीजों की मौत से हड़कम्प

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बाढ़ में फंसे दो मरीजों ने इलाज के अभाव में तोड़ा दम, प्रशासन के धरे रह गये इन्तजाम,बाढ़ में फंसे दो मरीजों ने इलाज के अभाव में तोड़ा दम, प्रशासन के धरे रह गये इन्तजाम

आगरा। राजस्थान के कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद रौद्र रूप में आई चम्बल नदी का जलस्तर घटने लगा है। चम्बल में जलस्तर गिरने के बाद भी यहां हालात सामान्य नहीं हैं। बाह तहसील के एक दर्जन गांव अभी भी पानी से घिरे हुए हैं। बाढ़ से घिरे गुढ़ा गांव में करीब 28 वर्षीय शेर सिंह नाम के युवक की इलाज के अभाव में मौत हो गई। वहीं थाना बासौनी के गांव शिवलाल पुरा में आवागमन का साधन न होने पर बीमार 17 साल की मंजू ने दम तोड़ दिया। बाढ़ प्रभावित कई गांव ऐसे हैं जहां लोग बीमार हैं। पानी से घिरे होने के कारण इलाज कराने नहीं पहुंच पा रहे हैं। बीमार लोगों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है।
ये बना हुआ है संकट
चम्बल का जलस्तर भले ही कम हुआ हो लेकिन अभी भी नदी खतरे के निशान से ऊपर ही बह रही है। ग्रामीण जगह-जगह टापुओं पर हैं। बाढ़ में राशन पानी सब कुछ नष्ट हो गया है। सैकड़ों परिवार ऐसे हैं जो भूखे पेट ही गुजारा कर रहे हैं। कई दिनों से पानी में घिरे होने के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। बाढ़ के बीच फंसे लोग खुले आसमान के नीचे कभी धूप तो कभी बारिश में भीग रहे हैं, जो बीमारी का कारण बन रही है। जानवर भी पानी के बीच फंसे होने से बीमार हो रहे हैं। जिला मुख्यालय से दूरी अधिक होने की वजह से बुनियादी सुविधा नहीं मिल पा रही है।
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कैम्प कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम
बाह, पिनाहट व जैतपुर सीएचसी की टीम जगह-जगह कैम्प कर रही है। बाढ़ से घिरे गांव में स्वास्थ्य कर्मी मरीजों का परीक्षण कर दवा उपलब्ध करा रहे हैं। सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार वत्स के आदेश पर अन्य पीएचसी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को भी लगाया गया है। इसके बाद भी बीमार लोगों की संख्या के हिसाब से यह सुविधाएं काफी नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग को बाढ़ पीड़ितों के लिए व्यापक इन्तजाम करने की जरूरत है।
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