हालांकि अगस्त में जब नंबर फोन में नंबर अपने आप सेव होने की बात सामने आयी थी तो UIDAI ने बयान जारी कर 1800-300-1947 नंबर को गलत बताया था। साथ ही कहा था कि उसने किसी भी फोन ऑपरेटर या निर्माता को ऐसी इजाज़त नहीं दी है। UIDAI के बयान के मुताबिक आधार का वैध हेल्पलाइन नंबर सिर्फ 1947 है जो दो वर्षों से चालू है। जबकि 1800-300-1947 नंबर पुराना नंबर है जो काफी समय से वैध नहीं है।
ऐसे में ये प्रश्न और भी गंभीर हो जाता है कि आखिर ये नंबर यूजर के मोबाइल में बगैर उसकी इजाजत के सेव कैसे हुआ? इस मामले में आगरा के गौरी शंकर का कहना है कि उन्होंने दो दिन पहले ही अपने मोबाइल को फॉरमेट किया है, उसके बाद उनके फोन में UIDAI के नाम से ये नंबर (1800-300-1947) सेव हो गया। गौरी शंकर का कहना है कि अगर कोई हमारी इजाजत के बगैर हमारे फोन में नंबर सेव कर सकता है तो हमारी गतिविधियों पर भी आसानी से निगरानी रख सकता है।
वहीं अभिषेक सक्सेना ने भी हाल ही अपने मोबाइल में ये नंबर सेव होने की पुष्टि की। साथ ही इसे सुरक्षा में एक बड़ी सेंध बताया। अभिषेक का कहना है कि नंबर बेशक पुराना हो, लेकिन ये किसी के फोन में अपने आप सेव क्यों हो रहा है, कौन ऐसा कर रहा है, इसकी तह तक जाना जरूरी है। इससे व्यक्ति का निजी डाटा चोरी हो सकता है।