पति के साथ रहीं थी आगरा
शीला दीक्षित के पति विनोद दीक्षित प्रशासनिक अधिकारी थे। 10 मार्च 1976 को उनकी तैनाती आगरा में जिलाधिकारी के रूप में हुई थी। उस समय शीला भी अपने पति के साथ आगरा में रहने आयी थीं। तब तक शीला दीक्षित राजनीति में सक्रिय नहीं थीं। लेकिन सामाजिक कार्यों में उनकी काफी रुचि थी। उन्होंने आगरा के लिए काफी कुछ किया। शीला के पति विनोद दीक्षित को हरियाली से बहुत प्रेम था, उनके साथ मिलकर शीला दीक्षित ने पौधरोपण अभियान चलाया। उस समय शीला ने जयपुर हाउस में पौधारोपण किया। वे ब्लड डोनेशन कैंप में भी हिस्सा लिया करती थीं।
शीला दीक्षित के पति विनोद दीक्षित प्रशासनिक अधिकारी थे। 10 मार्च 1976 को उनकी तैनाती आगरा में जिलाधिकारी के रूप में हुई थी। उस समय शीला भी अपने पति के साथ आगरा में रहने आयी थीं। तब तक शीला दीक्षित राजनीति में सक्रिय नहीं थीं। लेकिन सामाजिक कार्यों में उनकी काफी रुचि थी। उन्होंने आगरा के लिए काफी कुछ किया। शीला के पति विनोद दीक्षित को हरियाली से बहुत प्रेम था, उनके साथ मिलकर शीला दीक्षित ने पौधरोपण अभियान चलाया। उस समय शीला ने जयपुर हाउस में पौधारोपण किया। वे ब्लड डोनेशन कैंप में भी हिस्सा लिया करती थीं।
बॉम्ब कांड के लिए आवाज उठायी
जब शीला आगरा में थीं, उसी दौरान आगरा बर्तन भंडार वालों के यहां बम फट गए थे। इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई थी। उस समय शीला दीक्षित जन सेना की संरक्षक थीं। इस मामले को लेकर उनकी संस्था जन सेना ने आवाज उठाई थी।
जब शीला आगरा में थीं, उसी दौरान आगरा बर्तन भंडार वालों के यहां बम फट गए थे। इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई थी। उस समय शीला दीक्षित जन सेना की संरक्षक थीं। इस मामले को लेकर उनकी संस्था जन सेना ने आवाज उठाई थी।
पति भी थे काफी दबंग
बताया जाता है कि शीला दीक्षित की तरह उनके पति विनोद दीक्षित भी काफी दबंग जिलाधिकारी माने जाते थे। पुराने कांग्रेसी नेता बताते हैं, कि वे स्पोटर्स के शौकीन थे। जब वे यहां जिलाधिकारी थे, उस समय आगरा में क्रिकेट के कई टूर्नामेंट आयोजित कराए गए।
बताया जाता है कि शीला दीक्षित की तरह उनके पति विनोद दीक्षित भी काफी दबंग जिलाधिकारी माने जाते थे। पुराने कांग्रेसी नेता बताते हैं, कि वे स्पोटर्स के शौकीन थे। जब वे यहां जिलाधिकारी थे, उस समय आगरा में क्रिकेट के कई टूर्नामेंट आयोजित कराए गए।