खुशी की लहर
इंटरमीडिएट का रिजल्ट घोषित होने के बाद जब स्मृति को मालूम पड़ा, कि आगरा टॉप किया है, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उधर स्कूल से लेकर रिश्तेदार और पड़ोसियों द्वारा बधाई देने का दौर शुरू हो गया। स्कूल का पूरा स्टाफ घर पहुंच गया। स्मृति का मुंह मीठा कर बधाई दी, साथ ही उज्जवल भविष्य की कामना की। स्मृति ने इंटरमीडिएट में 88.80 फीसदी अंक पाकर जिला टॉप किया है। आगरा मंडल में स्मृति तीसरे स्थान पर है।
इंटरमीडिएट का रिजल्ट घोषित होने के बाद जब स्मृति को मालूम पड़ा, कि आगरा टॉप किया है, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उधर स्कूल से लेकर रिश्तेदार और पड़ोसियों द्वारा बधाई देने का दौर शुरू हो गया। स्कूल का पूरा स्टाफ घर पहुंच गया। स्मृति का मुंह मीठा कर बधाई दी, साथ ही उज्जवल भविष्य की कामना की। स्मृति ने इंटरमीडिएट में 88.80 फीसदी अंक पाकर जिला टॉप किया है। आगरा मंडल में स्मृति तीसरे स्थान पर है।
ये बोलीं स्मृति
आगरा की टॉपर स्मृति सिंह यूपीएससी की तैयारी कर प्रशासनिक सेवा में करियर बनाना चाहती हैं। इनका कहना है कि पढ़ाई के लिए अपनी कैपिसिटी के आधार पर घंटे तय करें। इंटरनेट का सदुपयोग करें। स्मृति ने बताया कि वह प्रशासनिक सेवाओं के जरिये समाज की सेवा करना चाहती हैं। स्मृति सिंह के पिता सत्येंद्र सिंह प्राइवेट जॉब करते हैं। मां सुनील सिंह गृहणी है। स्मृति अपनी सफलता के लिए परिवार और शिक्षकों को श्रेय देती हैं। स्मृति ने हाईस्कूल में 90.30 फीसदी अंक प्राप्त किए थे।
आगरा की टॉपर स्मृति सिंह यूपीएससी की तैयारी कर प्रशासनिक सेवा में करियर बनाना चाहती हैं। इनका कहना है कि पढ़ाई के लिए अपनी कैपिसिटी के आधार पर घंटे तय करें। इंटरनेट का सदुपयोग करें। स्मृति ने बताया कि वह प्रशासनिक सेवाओं के जरिये समाज की सेवा करना चाहती हैं। स्मृति सिंह के पिता सत्येंद्र सिंह प्राइवेट जॉब करते हैं। मां सुनील सिंह गृहणी है। स्मृति अपनी सफलता के लिए परिवार और शिक्षकों को श्रेय देती हैं। स्मृति ने हाईस्कूल में 90.30 फीसदी अंक प्राप्त किए थे।