अग्नि परीक्षा में पास केंद्र में और प्रदेश में सरकार होने के नाते कहीं न कहीं भाजपा के लिए एंटी इनकंबेसी बड़ी चुनौती मानी जा रही थी। उपचुनाव संगठनमंत्री के तौर पर भवानी सिंह की अग्नि परीक्षा थी क्य़ोंकि इससे पहले हुए उपचुनाव भाजपा के लिए बेहद खराब अनुभव दे गए। चाहे मुख्यंत्री का क्षेत्र गोरखपुर रहा हो, या डिप्टी सीएम का क्षेत्र फूलपुर इन उपचुनावों में हार के बाद भाजपा की बेहद किरकिरी हुई थी हालांकि बाद में आम चुनावों में उम्मीद से अधिक अच्छे परिणाम रहे। लोकसभा चुनाव के बाद ब्रज, कानपुर और बुंदेलखंड की तीन सीटों पर उपचुनाव हुए, तीनों की तीनों सीटों पर भाजपा ने बड़े मार्जन से जीत दर्ज की है। इसे कहीं न कहीं भवानी सिंह की व्यू रचना का परिणाम माना जा रहा है।
ऐसे की व्यूह रचना संगठनमंत्री भवानी सिंह ने लगातार इन सीटों पर प्रवास कर चुनाव तारीख होने से पहले ही कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली। प्रत्याशियों के नाम के ऐलान से पहले ही ज्यादातर छोटे बड़े कार्यकर्ता नेता से सीधा संवाद किया, यही कारण रहा कि प्रत्याशी को लेकर आपसी मतभेद बिल्कुल भी सामने नहीं आ पाए। सबसे अहम रहा प्रचार की रमनीति और विपक्ष को उन्हीं की कमजोरियों से मात देना।
बात करें इगलास सीट की तो यहां विपक्ष को चुनाव से पहले ही भवानी सिंह ने व्यूह में फंसा लिया थी। रालोद-सपा प्रत्याशी का पर्चा खारिज होने के बाद विपक्ष जहां आपस में ही गलती का ठीकरा फोड़ने में व्यस्त रहे वहीं भवानी सिंह ने जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए प्रचार के लिए मंत्री-विधायकों, भाजपा नेताओं को लगा रखा था। जाट वोटबैंक को देखते हुए हाल ही में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में जगह पाए फतेहपुर सीकरी से विधायक चौधरी उदयभान की ड्यूटी लगाई गई है वहीं ब्राह्णों को साधने और बसपा की जड़ें हिलाने के लिए ‘उपाध्याय बंधुओं’ को भी काम पर लगाया गया। इसी विधानसभा सीट से एक बार विधायक रह चुके और 2007 के चुनाव में बसपा की टिकट पर 46822 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे पूर्व विधायक मुकुल उपाध्याय भी इगलास में लगातार डेरा डाले रहे। इसके बाद तीसरे नंबर पर आने वाले बघेल समाज के वोटों की जिम्मेदारी आगरा सांसद एसपी सिंह बघेल को दी गई। भवानी सिंह ने एसपी सिंह बघेल को भी यहां प्रचार में लगाया। इसके साथ ही इगलास में संगठनमंत्री भवानी सिंह स्वयं भी लगातार प्रवास करते रहे। टोली बैठकें कर कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली वहीं विपक्ष में कोई अगुआई करने वाला नजर नहीं आया।
तीनों सीटों पर जीत ब्रज, कानपुर, बुंदलेखंड की तीनों सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की ली है। कानपुर की गोविंद नगर विधानसभा क्षेत्र सीट से भाजपा के सुरेंद्र मैथानी बीस हजार वोटों से जीते हैं। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी करिश्मा ठाकुर को हराया है। वहीं इगलास से भाजपा प्रत्याशी राजकुमार सहयोगी ने एक तरफा जीत हासिल दर्ज की है। दूसरे स्थान पर बसपा रही। कांग्रेस व लोकदल समेत बाकी प्रत्याशी जमानत तक नहीं बचा सके। चित्रकूट की मानिकपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा के आनंद शुक्ला ने जीत दर्ज की है।