आगरा के पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर विकास जयसवाल, अपनी पत्नी स्वाति सिंह, इंस्पेक्टर सदर कमलेश सिंह और उनकी पत्नी पीएस सिंह के साथ में नौलक्खा बाजार स्थित दलित परिवारों के बीच पहुंचे।
पुलिस की गाड़ियां देखकर परिवारों में खलबली मच गई। सोचने लगा कि अब दीवाली काली होने वाली है। पुलिस किसी को गिरफ्तार करने आई है। मगर जैसे ही पुलिस के अधिकारी अपने परिवारों के साथ उपहार और पटाखे लेकर दलित परिवारों के बीच पहुंचे तो नजारा देखने लायक था।
छोटे-छोटे मासूम दलित परिवारों के बच्चे आगरा पुलिस से उपहार लेते समय उन्हें धन्यवाद दे रहे थे।
ऐसा पहली बार हुआ जब आगरा पुलिस से बच्चे नहीं डर रहे थे। गरीब दलित परिवारों के बच्चे पुलिस के साथ दीवाली मना रहे थे। सबके हाथ में पैकेट था, जिसमें कुछ मिठाइयां, कुछ पटाखे और कुछ अन्य सामान था। कभी पुलिस अधिकारी दलित मासूम बच्चों को गोद में खिला रहे थे तो कभी अनारों की चमक, फुलझड़ी की रोशनी में चहक रहे थे।
पुलिस के इस काम की हर कोई तारीफ कर रहा है। पुलिस का कहना है कि यह सामान्य प्रक्रिया है। गरीब परिवारो के बीच खुशी बांटना असली दीवाली मनाना है।