अपने वेतन से खरीदे कंबल
सर्द रात शुरू हो चुकी है। तापमान में अच्छी खासी गिरावट आ रही है। ऐसी सर्दी से बचने के लिए अभी तक फुटपाथ पर सोने वालों के लिए कंबल का वितरण नहीं हुआ है। पुलिस के जवानों ने अपनी जिंदादिली का परिचय दिया और गरीबों को कंबल बांटे। सिपाहियों ने यह कंबल अपनी तनख्वाह के पैसों से बांटे हैं। पुलिस लाइन में तैनात सिपाही प्रशांत तेवतिया और मुनेन्द्र शर्मा ने फैसला किया कि वह गरीबों की मदद के लिए आगे आएंगे। पुलिस लाइन में तैनात सभी पुलिसकर्मियों ने अपनी तनख्वाह से चंदा करके पैसा इकट्ठा किया और सड़क के किनारे रहने वाले गरीब लोगों को उनकी मदद के लिए देर रात मौके पर जाकर उन्हें कंबल वितरित किए।
सर्द रात शुरू हो चुकी है। तापमान में अच्छी खासी गिरावट आ रही है। ऐसी सर्दी से बचने के लिए अभी तक फुटपाथ पर सोने वालों के लिए कंबल का वितरण नहीं हुआ है। पुलिस के जवानों ने अपनी जिंदादिली का परिचय दिया और गरीबों को कंबल बांटे। सिपाहियों ने यह कंबल अपनी तनख्वाह के पैसों से बांटे हैं। पुलिस लाइन में तैनात सिपाही प्रशांत तेवतिया और मुनेन्द्र शर्मा ने फैसला किया कि वह गरीबों की मदद के लिए आगे आएंगे। पुलिस लाइन में तैनात सभी पुलिसकर्मियों ने अपनी तनख्वाह से चंदा करके पैसा इकट्ठा किया और सड़क के किनारे रहने वाले गरीब लोगों को उनकी मदद के लिए देर रात मौके पर जाकर उन्हें कंबल वितरित किए।
मीडिया को रखा दूर
इन पुलिसकर्मियों ने खुद मीडिया के कैमरों से बचा कर रखा और उससे भी बेहद ख़ास ये है कि ये लोग देर रात अपनी गाड़ी में भरकर कंबल लेकर एक रोड से दूसरे रोड जाते वक्त जो भी पॉलीथीन या फ़टे पुराने गुददे में लिपटा सोता हुआ लेटा देखा, चुपचाप उसके उसके ऊपर कंबल उढ़ाकर चल दिए। पुलिस की इस जिंदादिली को देखकर हर कोई उनकी तारीफ करता नजर आया वहीं सिपाहियों का कहना है कि ऐसे लोगों को गरीबों की मदद के लिए आगे आना चाहिए जो मदद करने में सक्षम है और इसी को मानवता कहते हैं।
इन पुलिसकर्मियों ने खुद मीडिया के कैमरों से बचा कर रखा और उससे भी बेहद ख़ास ये है कि ये लोग देर रात अपनी गाड़ी में भरकर कंबल लेकर एक रोड से दूसरे रोड जाते वक्त जो भी पॉलीथीन या फ़टे पुराने गुददे में लिपटा सोता हुआ लेटा देखा, चुपचाप उसके उसके ऊपर कंबल उढ़ाकर चल दिए। पुलिस की इस जिंदादिली को देखकर हर कोई उनकी तारीफ करता नजर आया वहीं सिपाहियों का कहना है कि ऐसे लोगों को गरीबों की मदद के लिए आगे आना चाहिए जो मदद करने में सक्षम है और इसी को मानवता कहते हैं।