ये भी पढ़ें – यूपी के शिक्षामित्र आज मना रहे काला दिवस, सरकार को एक बार फिर घेरने की तैयारी ये बोले शिक्षामित्र
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने समायोजन रद्द किया था, लेकिन सरकार से ये भी नहीं कहा था, कि शिक्षामित्रों को मरने के लिए छोड़ दो। बीते एक साल में शिक्षामित्रों ने खूब प्रदर्शन किया। अपने 700 साथियों को भी खो दिया, लेकिन सरकार ने शिक्षामित्रों की ओर मुड़कर भी नहीं देखा। उन्होंने बताया कि आज एक वर्ष पूरा होने पर प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर काला दिवस मनाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने समायोजन रद्द किया था, लेकिन सरकार से ये भी नहीं कहा था, कि शिक्षामित्रों को मरने के लिए छोड़ दो। बीते एक साल में शिक्षामित्रों ने खूब प्रदर्शन किया। अपने 700 साथियों को भी खो दिया, लेकिन सरकार ने शिक्षामित्रों की ओर मुड़कर भी नहीं देखा। उन्होंने बताया कि आज एक वर्ष पूरा होने पर प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर काला दिवस मनाया जा रहा है।
ये भी पढ़ें – यातायात नियमों का करें पालन, एक बार के चालाने में नहीं सुधरे तो मिलेगी बड़ी सजा… काली पट्टी बांधकर पहुंचे स्कूल
आज शिक्षामित्र स्कूलों में काली पट्टी बांधकर पहुंचे। वहीं आज उन्होंने शिक्षण कार्य भी नहीं कराया। शिक्षामित्रों का कहना है कि एक वर्ष में शिक्षामित्रों की जो हालत हुई है, उसे सरकार का कोई सरोकार नहीं है। सरकार ने एक बार भी नहीं सोचा, कि शिक्षामित्रों के परिवारों का आखिर क्या होगा। शिक्षामित्रों के परिवारों की आर्थिक हालत भी काफी खराब हो चुकी है।
आज शिक्षामित्र स्कूलों में काली पट्टी बांधकर पहुंचे। वहीं आज उन्होंने शिक्षण कार्य भी नहीं कराया। शिक्षामित्रों का कहना है कि एक वर्ष में शिक्षामित्रों की जो हालत हुई है, उसे सरकार का कोई सरोकार नहीं है। सरकार ने एक बार भी नहीं सोचा, कि शिक्षामित्रों के परिवारों का आखिर क्या होगा। शिक्षामित्रों के परिवारों की आर्थिक हालत भी काफी खराब हो चुकी है।
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