यह भी पढ़ें उत्तराखंड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने की ऐसी बड़ी घोषणा कि इस समाज की हो जाएगी बल्ले-बल्ले, देखें वीडियो
स्वागत की होड़ वीडियो में देखा जा सकता है कि किस प्रकार से बेबीरानी के स्वागत की होड़ मची हुई है। किस तरह से लाइन लगी हुई है। स्वागत करने वालों पर नियंत्रण के लिए कुछ लोग मंच पर तैनात किए गए हैं। कभी रोक पाते हैं तो कभी नहीं। सीढ़ियों पर लोग जमे हुए हैं। सबके हाथ में कुछ न कुछ उपहार है। सबकी एक ही मंशा थी और वह थी बेबीरानी मौर्य का स्वागत करते हुए फोटो खिंचवाना।
स्वागत की होड़ वीडियो में देखा जा सकता है कि किस प्रकार से बेबीरानी के स्वागत की होड़ मची हुई है। किस तरह से लाइन लगी हुई है। स्वागत करने वालों पर नियंत्रण के लिए कुछ लोग मंच पर तैनात किए गए हैं। कभी रोक पाते हैं तो कभी नहीं। सीढ़ियों पर लोग जमे हुए हैं। सबके हाथ में कुछ न कुछ उपहार है। सबकी एक ही मंशा थी और वह थी बेबीरानी मौर्य का स्वागत करते हुए फोटो खिंचवाना।
यह भी पढ़ें जाटव समाज ने उत्तराखंड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्य को सिर आँखों पर बैठाया, वीडियो में देखें क्या किया एकतरफा नहीं रहने वाला कार्यक्रम संयोजक अशोक पिप्पल ने मंच से जो कुछ कहा, वह उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा- ‘भाजपा ने दलित समाज की बेटी को इतना बड़ा सम्मान देकर जाटव समाज का दिल जीत लिया है। जाटव समाज आज खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।‘ यह बात मायने रखती है। जाटव समाज के बारे में माना जाता है कि वह बहुजन समाज पार्टी का वोट बैंक है। बेबीरानी मौर्य के स्वागत में जिस तरह से जाटव समाज के लोग उमड़े हैं, उससे बड़े राजनीतिक बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। भविष्य में क्या होगा, कुछ कहा नहीं जा सकता, लेकिन इतना तो तय है कि चुनाव में कुछ भी एकतरफा नहीं रहने वाला है।
यह भी पढ़ें अजब-गजब: कुंड में स्नान और रज शरीर पर लगाने से कुष्ठ व चर्म रोगों से छुटकारा डॉ. आंबेडकर का नाम जाटव समाज संविधान शिल्पी, भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम से स्वयं को ऊर्जित महसूस करता है। यही कारण है कि उत्तराखंड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने स्वागत समारोह में आने से पूर्व बिजलीघर स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने अपने भाषण की शुरूआत भगवान बौद्ध और डॉ. आंबेडकर को याद करके की। उन्होंने आंबेडकर का कई बार नाम लिया।