स्वागत की होड़ लगी बेबीरानी मौर्य के स्वागत की ऐसी होड़ लगी कि हर कोई देखता रह गया। स्वागत का सिलसिला टूट ही नहीं रहा था। हालत यह हो गई कि आयोजकों को स्वागत कार्यक्रम बंद करना पड़ा। हर कई अपने हाथ में फूल माला, सम्मान पत्र, पुष्प गुच्छ लेकर आया था। बेबीरानी मौर्य के पैर छूने की होड़ मची हुई थी। स्वागत से गद्गद् बेबीरानी मौर्य ने अपने भाषण में इसका उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि जाटव समाज ने मुझे सिर आँखों पर बैठाया है। एक दलित की बेटी राज्यपाल बनी है। यह संविधान की ताकत है। स्वागत समारोह में बेबीरानी मौर्य को 51 किलो की तीन बार मालाएं पहनाई गयी। चांदी का मुकुट पहनाया। स्मृति चिह्न भेंट किए गए।। स्वागत करने वालों की कतार लग गयी। बड़ी संख्या में महिलाओं ने स्वागत किया।
ये रहे मंचासीन मंच पर भंते ज्ञान रत्न,महंत द्वारिका प्रसाद साहिब कबीर पंथी महासभा राजस्थान, देवकी नंदन सोन, बंगाली बाबू सोनी, विधायक डॉ. जीएस धर्मेश, हरिकृष्ण पिप्पल, पूर्व मंत्री डॉ रामबाबू हरित, चौधरी राजन सिंह, कार्यक्रम अध्यक्ष कपूर आनंद, कार्यक्रम संयोजक अशोक पिप्पल, कार्यक्रम कोषाध्यक्ष गजेंद्र पिप्पल, ओम प्रकाश सागर, राजेन्द्र पिप्पल, जयराम केम, आदि विराजमान थे। स्वागत समारोह में आने पूर्व राज्यपाल ने बिजलीघर स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
इन संस्थाओं ने किया स्वागत स्वागत समारोह में आगरा की विभिन्न जाटव समितियों ने स्वागत किया। इनमें जाटव उत्थान समिति, परमहंस कल्याण सेवा समिति, नव चेतना जागृति संस्था, जाटव समाज सेवा समिति, भीम व्यापार मंडल आदि थीं। स्वागत समारोह में रमेश चंद मौर्य, बनारसी दास पिप्पल, मुकेश पिप्पल, सोमदत्त, राजू बौद्ध, रमाकांत भारती, लखन कुमार, डॉ सुधारानी, लता, सीटू पिप्पल, सतीश पिप्पल, राजकुमार पथिक, अशफाक सैफ़ी, शिवम सागर, राहुल सागर,श्याम बाबू आदि थे। कार्यक्रम संयोजक अशोक पिप्पल ने कहा कि भाजपा ने दलित समाज की बेटी को इतना बड़ा सम्मान देकर जाटव समाज का दिल जीत लिया है। कार्यक्रम अध्यक्ष कपूर आनंद एवम कोषाध्यक्ष गजेंद्र पिप्पल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।