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जानिए इस शख्स की करतूत, पूछताछ में एसटीएफ भी हैरान

locationआगराPublished: Nov 22, 2017 08:46:56 am

एसएससी पेपर कराया था आउट, पकड़ने पर बताई पूरी कहानी, पूछताछ के बाद युवक को भेजा गया जेल

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आगरा। पेपर साल्वर की कहानी सुनकर एसटीएफ और पुलिस भी अचरज में है कि हाई सिक्योरिटी के बाद भी कैसे साल्वर अपनी चाल में कामयाब हो जाता था। लेकिन, अभी भी कई सवालों के जवाब अधूरे हैं। पुलिस को अभी तलाश है उस सरगना की, जिसने पेपर आउट कराया और साल्व भी कराया। आगरा में व्हाट्सएप ग्रुप पर कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) का पेपर आउट करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस गैंग का सरगना अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है, लेकिन पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। पकड़ा गया आरोपी व्हाट्सएप ग्रुप का एडमिन था और खुद को रेलवे कर्मचारी बताता है। एसटीएफ ने पूछताछ के बाद युवक को जेल भेज दिया है।
मोबाइल में एसएससी की परीक्षा के प्रश्नपत्र का हल था
विगत 14 मई को एसटीएफ ने न्यू आगरा क्षेत्र के दयालबाग मार्ग से एक युवक को पकड़ा था। उसके मोबाइल में एसएससी की परीक्षा के प्रश्नपत्र का हल था। एमटीएस नाम से व्हाट्स एप पर ग्रुप बना हुआ था। सुबह सवा नौ बजे उसी ग्रुप पर सॉल्व पेपर डाला गया था। जबकि परीक्षा दोपहर 12 बजे से थी। युवक ने पूछताछ में अपना नाम लोकेंद्र सिंह पता मिरहची, एटा बताया था। उसका पुष्पेंद्र परीक्षा देने आया था। उसका सेंटर बैप्टिस्ट हायर सेकेंडरी स्कूल में पड़ा था। पुलिस ने परीक्षा के बाद पुष्पेंद्र को भी पकड़ा था
पुलिस को बताई पूरी कहानी
हाथरस के मुकेश से जब पुलिस ने पूछताछ की, तो उसने पूरी कहानी बताई। बताया कि पेपर का सौदा पांच लाख रुपये में पेपर में तय हुआ था। इंस्पेक्टर थाना न्यू आगरा नरेंद्र सिंह ने बताया कि कैलोरा, हाथरस निवासी मुकेश को पकड़ा गया है। मुकेश ने पूछताछ में बताया कि वह रेल कर्मचारी है। आगरा कैंट पर खंड नियंत्रक के पद पर तैनात है। लोकेंद्र उसका सहयोगी है। आरोपी ने अभी तक ये नहीं बताया है कि पेपर किसकी मदद से आउट हुआ था और किसने उसे साल्व किया था। एसटीएफ आगरा यूनिट सीओ श्यामकांत के नेतृत्व में इस गिरोह के अन्य सदस्यों की घेराबंदी में जुटी हुई है। मुकेश ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसे सिर्फ कमीशन मिलता है। उसे परीक्षार्थियों को घेरना था। उसकी पहचान अडींग, मथुरा निवासी निरंजन से हुई थी। निरंजन ने उसे बाराबंकी के उत्तम मिश्रा से कराई थी। गैंग का सरगना बाराबंकी का उत्तम मिश्रा है।
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