ये भी पढ़ें – जगन्नाथ मंदिर से जुड़े हैं इतने चमत्कार, विज्ञान भी करता है इन्हें नमस्कार 14 जुलाई को देंगे प्रभु दर्शन
11 से 15 जुलाई तक चलने वाले आयोजन में भगवान जगन्नाथ 14 जुलाई को भक्तों को दर्शन देने के लिए मंदिर से बाहर आएंगे। नगर भ्रमण कर उन भक्तों को दर्शन देंगे जो मंदिर तक पहुंचने में असमर्थ हैं। श्री जगननाथ मंदिर (इस्कान) कमला नगर रश्मि नगर के अध्यक्ष अरविन्द स्वरूप ने बताया कि पांच दिवसीय श्री जगन्नाथ रथयात्रा के आयोजन 11 से 15 जुलाई में 13 जुलाई को आयोजित नयन उत्सव में भक्तों को दर्शन देंगे। 15 जुलाई को भगवान जगन्नाथ जी जगन्नाथ धाम पर विराजमान होकर अपने भक्तों को दर्शन देंगे साथ ही महाभोग सजाया जाएगा।
11 से 15 जुलाई तक चलने वाले आयोजन में भगवान जगन्नाथ 14 जुलाई को भक्तों को दर्शन देने के लिए मंदिर से बाहर आएंगे। नगर भ्रमण कर उन भक्तों को दर्शन देंगे जो मंदिर तक पहुंचने में असमर्थ हैं। श्री जगननाथ मंदिर (इस्कान) कमला नगर रश्मि नगर के अध्यक्ष अरविन्द स्वरूप ने बताया कि पांच दिवसीय श्री जगन्नाथ रथयात्रा के आयोजन 11 से 15 जुलाई में 13 जुलाई को आयोजित नयन उत्सव में भक्तों को दर्शन देंगे। 15 जुलाई को भगवान जगन्नाथ जी जगन्नाथ धाम पर विराजमान होकर अपने भक्तों को दर्शन देंगे साथ ही महाभोग सजाया जाएगा।
विदेशी फूलों से सजेगा जगन्नाथ धाम
हरे कृष्ण उत्सव को भव्यता देने हेतु मलेशिया व सिंगापुर से विदेशी फूलों से जगन्नाथ धाम को सजाया जाएगा। भगवान जगन्नाथ रत्नजड़ित आभूषणों से सुशोभित होंगे। मुख्य आकर्षण विदेशी भक्तों का शंखनाद और बैंड की धुन पर प्रभु की भक्ति मे कार्यक्रम मे नाचते गाते हुए नज़र आएंगे।
हरे कृष्ण उत्सव को भव्यता देने हेतु मलेशिया व सिंगापुर से विदेशी फूलों से जगन्नाथ धाम को सजाया जाएगा। भगवान जगन्नाथ रत्नजड़ित आभूषणों से सुशोभित होंगे। मुख्य आकर्षण विदेशी भक्तों का शंखनाद और बैंड की धुन पर प्रभु की भक्ति मे कार्यक्रम मे नाचते गाते हुए नज़र आएंगे।
ये भी पढ़ें – भगवान जगन्नाथ क्यों होते हैं हर साल बीमार, इस काढ़े में छुपा है यह राज. दर्शन देने मंदिर से बाहर आएंगे भगवान
श्री जगन्नाथ भगवान 14 जुलाई को बहन सुभद्रा व भाई बलराम के साथ नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मान्यता है कि रथ की रस्सी हाथ लगाने मात्र से मनुष्य को मुक्ति प्राप्त होती है। अभी बीमार होने के कारण भगवान विश्राम कर रहे हैं और उन्हें औषधियां काड़ा व खिचड़ी दलिया का भोजन कराया जा रहा है। ऐसा मानना है कि भगवान हर भक्त का ध्यान रखते हैं, इसलिए मंदिर से बाहर दर्शन देने आते हैं।
श्री जगन्नाथ भगवान 14 जुलाई को बहन सुभद्रा व भाई बलराम के साथ नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मान्यता है कि रथ की रस्सी हाथ लगाने मात्र से मनुष्य को मुक्ति प्राप्त होती है। अभी बीमार होने के कारण भगवान विश्राम कर रहे हैं और उन्हें औषधियां काड़ा व खिचड़ी दलिया का भोजन कराया जा रहा है। ऐसा मानना है कि भगवान हर भक्त का ध्यान रखते हैं, इसलिए मंदिर से बाहर दर्शन देने आते हैं।