ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया पिछले कुछ महीनों में नरेंद्र मोदी से जनता का एक वर्ग नाराज है। उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इससे उनकी लोकप्रियता में भी फर्क पड़ा है। इसका कारण उनकी गृहदशा ही है। दरअसल उनकी कुंडली में 26 जनवरी से 26 अगस्त तक चंद्र में केतू का प्रत्यंतर था। इसके कारण उनके कुछ फैसलों ने जनता में गुस्सा पैदा किया। उन्हें तमाम आलोचनाओं व विरोध का सामना करना पड़ा। लेकिन 26 अगस्त से चंद्र में शुक्र का प्रत्यंतर शुरू हुआ है। अब धीरे धीरे लोगों का गुस्सा ठंडा होने लगेगा। लोग शांत हो जाएंगे।
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि नरेंद्र मोदी की कुंडली वृश्चिक लग्न की है। उनकी राशि भी वृश्चिक है। 11 अक्टूबर को गुरू उनके लग्न और राशि में आ जाएंगे। इसके कारण प्रबल गजकेसरी योग बनेगा। ये एक प्रबल राजयोग होगा। गुरू की ये स्थिति एक बार फिर से नरेंद्र मोदी के वर्चस्व को बढ़ाएगी। इसके कारण 2019 में एक बार फिर से नरेंद्र मोदी ही देश की बागडोर संभालेंगे। हालांकि 2014 जैसी जीत पर कुछ असर पड़ सकता है, लेकिन ये बात स्पष्ट है कि चाहे कितने ही महागठबंधन बन जाएं, लेकिन देश के अगले प्रधानमंत्री फिर से नरेंद्र मोदी ही बनेंगे।