इस मामले में एसएसपी बबलू कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कपिल और भावना की मुलाकात दो साल पहले एक शादी में हुई थी। इसके बाद दोनों की फेसबुक पर बातचीत होने लगी और दोस्ती प्रेम में बदल गई। कपिल 31 साल का है, जबकि भावना 39 साल की है। कपिल दिल्ली नगर निगम में जूनियर इंजीनियर है। दोनों आपस में शादी करना चाहते थे। लेकिन पति वीरेंद्र इसमें बाधा बन रहा था, इसलिए दोनों ने मिलकर उसे रास्ते से हटाने की योजना बनायी।
भावना चाहती तो बगैर हत्या के किए भी प्रेमी के साथ शादी कर सकती थी, लेकिन उसे पता था कि तब उसे वीरेंद्र की प्रॉपर्टी से हिस्सा नहीं मिलेगा। इसलिए उसकी हत्या की योजना बनायी। करीब एक माह से वो और उसका प्रेमी कपिल वीरेंद्र की हत्या की योजना बना रहे थे, लेकिन मौका नहीं मिल पा रहा था।
तीन जनवरी को कपिल ने अपने दोस्त मनीष से एक सिम मंगवाई और इस सिम का प्रयोग कर भावना से बात की और हत्या की तैयारी की। इसके बाद चार जनवरी को कपिल और मनीष दोनों कार से आगरा आए। आगरा आकर दोनों ने अपने फोन स्विच आफ कर दिए। रात 12 बजे दोनों वीरेंद्र के घर पहुंचे। इस दौरान पत्नी भावना ने पहले से दरवाजे खोल रखे थे। तीनों ने सोते समय वीरेंद्र को पकड़ लिया। कपिल ने तकिए से मुंह दबाया, मनीष ने गला और भावना ने उसके पैर पकड़ लिए। वीरेंद्र की मौत के बाद शव को कार में रखकर 400 मीटर दूर दीप इंटर कालेज के पास सड़क पर फेंक आए। कुछ देर बाद भावना ने अपने देवर को फोन किया और रोते हुए झूठी कहानी बनायी।
जेटीओ वीरेंद्र कुमार और भावना की शादी 14 साल पहले हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं। एक बेटा आयुष और बेटी सुभि है। जब परिजनों को पता चला कि भावना ने प्रेमी के साथ मिलकर वीरेंद्र की हत्या की तो वे सन्न रह गए। शादी के 14 साल बाद वो पति के साथ इतना बड़ा विश्वासघात करेगी, ये कोई सोच भी नहीं सकता था।
पंचशील कॉलोनी, दौरैठा नंबर एक निवासी वीरेंद्र कुमार पुत्र नाथूराम की हत्या चार जनवरी की रात को कर दी गई थी। उनका शव रविवार तड़के तकरीबन चार बजे घर से 400 मीटर दूर सौ फुटा रोड पर पड़ा मिला था। उनकी पसलियों पर चोट थी। मृतक के भाई सुशील कुमार वर्मा ने अज्ञात में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।