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अल्पसंख्यकों के लिए राजस्थान में बन रहा विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय

locationआगराPublished: Jul 03, 2019 02:03:25 pm

Submitted by:

suchita mishra

– नई दिल्ली में हुई मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन की बैठक में लिए गई कई फैसले।- एएमयू, जामिया मिलिया इस्लामिया व हमदर्द यूनिवर्सिटी में मदरसों के टीचर्स को ट्रेनिंग देंगे।

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आगरा। मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन अल्पसंख्यकों के लिए कई नई योजनाएं लेकर आ रहा है। शिक्षा, रोजगार एवं सशक्तिकरण पर जोर है। राजस्थान के किशनगढ़ बास (अलवर) में अल्पसंख्यकों के लिए विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है। मदरसों में आधुनिक शिक्षा के लिए टीचर्स को तीन विश्वविद्यालयों में प्रशिक्षित किया जाएगा।
शिक्षा पर खास जोरः अशफाक सैफी
नई दिल्ली में अंत्योदय भवन, सीजीओ कंपलेक्स, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में संपन्न हुई। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के निर्देशानुसार मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार के उपाध्यक्ष अशफाक सैफी ने अध्यक्षता की। अशफाक सैफी आगरा के हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अल्पसंख्यकों के लिए वास्तविक कार्य कर रही है। पिछले पांच साल में जितने कार्य हुए हैं, उतने 55 साल में भी नहीं हुए। उन्होंने कहा कि मुस्लिम जब शिक्षित हो जाएगा, तो तमाम समस्याओं से स्वतः ही छुटकारा मिल जाएगा। इसी कारण इस समय शिक्षा पर खास जोर है। शिक्षित है तो रोजगार मिलेगा और रोजगार मिलने से सशक्तिकरण भी होगा।
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अल्पसंख्यकों को छात्रवृत्ति
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नेतृत्व में अल्पसंख्यकों के लिए 3E- एजुकेशन (शिक्षा), एम्प्लॉयमेंट (रोजगार व रोजगार के मौके) एवं एम्पावरमेंट (सामाजिक औक आर्थिक सशक्तिकरण) कार्यक्रम के तहत अगले 5 वर्षों में प्री मैट्रिक,पोस्ट मैट्रिक एवं मेरैट कम मींस आदि योजनाओं द्वारा 5 करोड़ विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसमें 50% से ज्यादा लड़कियों को शामिल किया जाएगा। आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की 10 लाख से अधिक लड़कियों के लिए बेगम हजरत महल बालिका स्कॉलरशिप भी शामिल है। श्री नकवी के नेतृत्व में सभी अल्पसंख्यकों को बढ़ावा दिया जा रहा है
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मदरसों में हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, कंप्यूटर की शिक्षा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली “इंसाफ, ईमान और इकबाल की सरकार” ने “विकास की सेहत” को “साम्प्रदायिकता एवं तुष्टीकरण की बीमारी” से मुक्ति दिलाकर “सेहतमंद समावेशी सशक्तिकरण” का माहौल तैयार किया है। मोदी सरकार “समावेशी विकास, सर्वस्पर्शी विश्वास” के संकल्प से भरपूर है। एक हाथ में कुरान और एक हाथ में कंप्यूटर का नारा देने वाले नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अल्पसंख्यक वर्ग की स्कूल ड्रॉपआउट लड़कियों को देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से ब्रिज कोर्स करा कर उन्हें शिक्षा और रोजगार से जोड़ा जायेगा। देशभर के मदरसों में मुख्यधारा की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए मदरसा शिक्षकों को विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से प्रशिक्षण दिलाया जायेगा ताकि वे मदरसों में हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, कंप्यूटर आदि की शिक्षा दे सकें।
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ये लिए फैसले
बैठक में अल्पसंख्यकों के शिक्षा, रोजगार और तरक्की के लिए बड़े फैसले लिए गए। जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी व हमदर्द यूनिवर्सिटी में मदरसों के टीचरों को ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे वे बच्चों को आधुनिक शिक्षा दे सकें। अलवर (राजस्थान) के किशनगढ़ बास में 1100 करोड़ में वर्ल्ड क्लास यूनिवर्सिटी बन रही है। इसकी समीक्षा करते हुए कार्य में तेजी लाने के लिए निर्देश दिए गए। इस विश्वविद्यालय में अल्पसंख्यक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करेंगे।
ये रहे मौजूद
मीटिंग में सचिव रिजवानुर रहमान मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन के सदस्य, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर तारिक मंसूर, जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली की वाइस चांसलर नजमा अख्तर, कोषाध्यक्ष शाकिर हुसैन अंसारी एडवोकेट, रिजवी, नफीस अहमद, मुनव्वरी बेगम, सालिम हुसैन, शेख अब्दुल कादिर व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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