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घटने लगा चंबल का जलस्तर मध्य प्रदेश और राजस्थान में हुई बारिश के बाद चंबल नदी का जलस्तर 135.90 मीटर पर पहुंच गया था। खतरे के निशान से छह मीटर ऊपर पहुंचने चंबल नदी के तटवर्ती 38 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। स्कूल, पंचायत घर, झोपड़ियां व खेत-खलिहान जलमग्न हैं। अभी नुकसान का आकलन शुरू नहीं हो सका है। यमुना में उफान थमा यमुना का उफान भी थम गया है। गुरुवार को नदी का जलस्तर एक फीट घट गया। शुक्रवार को भी जलस्तर घट रहा है। बटेश्वर और कचौरा घाट के मंदिरों तक पानी पहुंच गया है। यमुना के पास बसे गांवों में खेत जलमग्न हैं, लेकिन किसी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है। जिले के प्रतापपुरा स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के रिपोर्ट के अनुसार यमुना का जलस्तर गुरुवार शाम 4 बजे 491 फीट था। बुधवार को यह 492 फीट तक पहुंचा। पिछले 24 घंटे में जलस्तर में एक फीट गिरावट आई है।
अब नहीं बढ़ेगा जलस्तर आगरा जिले के बाढ़ नियंत्रण प्रभारी उदल सिंह का कहना है कि यमुना में अब जलस्तर नहीं बढ़ेगा। लो फ्लड लेवल 495 फीट है। गुरुवार को मथुरा के गोकुल बैराज से आगरा की ओर यमुना में 32,980 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। ओखला बैराज से यमुना में 21,222 क्यूसेक डिस्चार्ज है। हरियाणा स्थित ताजेवाला (हथिनीकुंड) बैराज से भी डिस्चार्ज घट गया है। यहां 6,680 क्यूसेक डिस्चार्ज है।