यहां का है मामला
थाना मंसुखपुरा क्षेत्र के अंतर्गत गांव करकोली निवासी रेवती पुत्र रामचरन उम्र करीब 37 वर्ष बुधवार शाम को गांव के नीचे चंबल नदी के बीहड़ मे चूल्हा बनाने के लिये मिट्टी लेने गया था, किन्तु जब देर रात तक वापस घर नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई। रात में परिजन ग्रामीणों को साथ लेकर बीहड़ मे तलाशने पहुंचे, तो पता चला कि बीहड़ मे मिट्टी के पहाड़ का एक हिस्सा गिरा पड़ा है। ग्रामीणों ने इस मिट्टी को हटाकर देखा तो पाया उसके नीचे रेवती दबा हुआ है। रेवती के शव को देखकर परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरवा कर पोष्टमार्टम के लिये भेजा दिया।
थाना मंसुखपुरा क्षेत्र के अंतर्गत गांव करकोली निवासी रेवती पुत्र रामचरन उम्र करीब 37 वर्ष बुधवार शाम को गांव के नीचे चंबल नदी के बीहड़ मे चूल्हा बनाने के लिये मिट्टी लेने गया था, किन्तु जब देर रात तक वापस घर नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई। रात में परिजन ग्रामीणों को साथ लेकर बीहड़ मे तलाशने पहुंचे, तो पता चला कि बीहड़ मे मिट्टी के पहाड़ का एक हिस्सा गिरा पड़ा है। ग्रामीणों ने इस मिट्टी को हटाकर देखा तो पाया उसके नीचे रेवती दबा हुआ है। रेवती के शव को देखकर परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरवा कर पोष्टमार्टम के लिये भेजा दिया।