1000 गैर कृषि आवेदनों का होगा वितरण
अहमदाबादPublished: Dec 24, 2018 10:36:10 pm
अटलबिहारी वाजपेयी का जन्म दिवस मनाया जाएगा सुशासन दिवस के तौर पर
1000 गैर कृषि आवेदनों का होगा वितरण
अहमदाबाद. 26 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी का जन्म दिवस अहमदाबाद जिला प्रशासन सुशासन दिवस के तौर पर मनाएगा। इस मौके पर अहमदाबाद जिला कलक्टर की ओर से एक हजार से ज्यादा ऑनलाइन गैर कृषि आवेदनों का निपटारा किया जाएगा।
जिला कलक्टर डॉ. विक्रांत पांडे के मार्गदर्शन से एक ही दिन में 1050 ऑनलाइन गैर कृषि आवेदनों का मुख्यमंत्री विजय रुपाणी वितरण करेंगे। उप मुख्यमंत्री नितिनभाई पटेल, राजस्व मंत्री कौशिक पटेल एवं गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जाड़ेजा उपस्थित रहेंगे। गुजरात यूनिवर्सिटी कन्वेंशन हॉल में दोपहर तीन बजे इस कार्यक्रम में ऑनलाइन गैर कृषि आवेदनों के वितरण के साथ-साथ राजस्व कार्यालयों का लोकार्पण किया जाएगा। 30 करोड़ रुपए की लागत से इन कार्यालयों में प्रांत कार्यालय, पश्चिम तहसीलदार कार्यालय, घाटलोडिया स्थित प्रांत ऑफिस (पूर्व तहसीलदार कार्यालय-मणिनगर स्थित तहसीलदार कार्यालय-असारवा, चोरा कार्यालय-वटवा गांव, चोरा कार्यालय- गाम सोला एवं घाटलोडिया हैं। ऑनलाइन स्वीकृति के इस प्रोजेक्ट से जमीनधारक किसी भी जिले से अपनी जमीन के गैर कृषि उपयोग के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आवेदकों को किसी भी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
बसों में बनेगा रैनबसेरा
– सीसीटीवी, बिजली-पानी की मिलेगी सुविधा
अहमदाबाद. अब गुजरात राज्य परिवहन निगम (जीएसआरटीसी) की पुरानी बसों में भी रैन बसेरा बनेगा। फिलहाल भरूच में दो एसटी बसों में रैनबसेरा शुरू हुआ है। आगामी समय में राज्य के अन्य शहरों में भी एसटी बसों में रैन बसेरे बनाए जा सकते हैं, जिसमें सीसीटीवी, पंखा, लाइट और गद्दा-ताकिया की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
एसटी के एक अधिकारी ने बताया कि महानगरपालिका और नगरपालिका को प्रस्ताव भेजे गए हैं कि एसटी के पास कई पुरानी और खस्ताहाल बसें हैं। इन बसों को बदलाव कर उसका रैन बसेरा बनाया जा सकता है। मौजूदा समय में भरूच को दो बसों में मुहैया कराई गई है। एसटी निगम आठ लाख किलोमीटर की बसों का खस्ताहाल घोषित कर देता है। ऐसी बसों को रैन बसेरा बनाया जा सकता है। इन बसों को तीन लाख रुपए लागत से बदलाव किया गया, जिसमें सभी सुविधाएं मुहैया कराई गई है। एक बस में करीब दस लोग आराम कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि महानगरपालिका और नगरपालिकाओं को फुटपाथ पर रात गुजारने वालों के लिए रैन बसेरा बनाने हैं ताकि वे गर्मी, सर्दी या बारिश किसी भी मौसम में आराम से बसेरा कर सकें। इसके लिए हर महानगरपालिका और नगरपालिकाएं रैन बसेरा बना रही हैं। इन रैन बसेरों में बिजली, पानी, गद्दा ताकिया समेत सुविधाएं महुैया कराना होता है।