धार्मिक का हृदय अहमदाबाद के सिम्स हॉस्पिटल में जूनागढ़ निवासी 15 वर्षीय 11वीं के विद्यार्थी में प्रत्यारोपित किया गया। जबकि लीवर का ट्रान्सप्लान्ट अहमदाबाद के जायडस हॉस्पिटल में पाटण निवासी 35 वर्षीय जरूरतमंद में किया गया। इसके अलावा दोनों फेफड़ों का ट्रान्सप्लान्ट चेन्नई में 44 वर्षीय आन्ध्रप्रदेश निवासी एक मरीज में किए गए। इसके अलावा हाथों का ट्रान्सप्लान्ट मुंबई के एक अस्पताल में पुणे के एक व्यक्ति को किए गए, जिसके हाथ दुर्घटना में कट गए थे। आंतों का दान इसलिए नहीं हो सका था कि धार्मिक के ब्लड ग्रुप का कोई व्यक्ति नहीं था।
धार्मिक के पिता अजयभाई एवं माता ललिताबेन के अनुसार उनके बेटे को पिछले पांच वर्ष से किडनी संबंधित बीमारी थी। पिछले एक वर्ष से धार्मिक को डायलिसिस किया जा रहा था।चिकित्सकों ने उसका किडनी ट्रान्सप्लान्ट का निर्णय किया था। जिससे प्रक्रिया जारी थी। इस बीच रक्तचाप में आई अनियमितता से उन्होंने अपने पुत्र को खोना पड़ा। डॉनेट लाइफ के संस्थापक निलेश मांडलेवाला एवं उनकी टीम ने अंग दान का महत्व समझाया जिससे उनके पुत्र की वजह से कई लोगों को नया जीवन मिल सकेगा।