अहमदाबाद

Gujarat Election 2022 वोटिंग के दिन हालार में 1600 शादियां, मतदान कराने में जुटा प्रशासन

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Published: November 29, 2022 12:21:38 am
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भावना सोनी

जामनगर. जामनगर और देवभूमि द्वारका जिले में विधानसभा चुनाव के तहत पहले चरण में 1 दिसंबर को मतदान होगा। उस दिन दोनों जिलों में 1600 शादियां होने के कारण शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के लिए मजिला प्रशासन के साथ ही नेता व राजनीतिक दल प्रयास कर रहे हैं।
जामनगर और देवभूमि द्वारका की सात विधानसभा सीटों के लिए 1 दिसम्बर को मतदान होगा। मतदान को दो दिन बाकी हैं। दोनों जिलों के कई इलाकों में अभी भी चुनावी माहौल दिख नहीं रहा है। मतदान को लेकर लोगो में उत्साह नहीं है। इसलिए मतदान को लेकर राजनीतिक दलों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है।
चुनाव के लिए राजनीतिक दल जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं। वहीं दोनों जिलों में शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सेल्फी प्वाइंट, अवसर रथ, हस्ताक्षर अभियान, रैली सहित जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
इस स्थिति के बीच दोनों जिलों में मतदान के दिन 1 दिसंबर को करीब 1600 शादियां हैं, जिनका पूरा असर मतदान पर पडऩे की संभावना जताई जा रही है। जामनगर की भांति अन्य शहरों में भी 1 दिसंबर को ज्यादा शादियां हैं। शादी में शामिल होने वाले लोग एक-दूसरे शहर में जाने के कारण मतदान नहीं कर पाएंगे।

समझाकर सुबह नहीं तो शाम को मतदान कराएंगे

राजनीतिक दलों के नेताओं के अनुसार मतदान के दिन 1 दिसंबर को शादियों में लगे परिवारों और लोगों को मतदान केंद्रों पर जाकर मतदान करने के लिए राजी किया जाएगा। इतना ही नहीं, अगर वे सुबह के वैवाहिक कार्यक्रम में लगे होंगे तो वे दोपहर में कार्यक्रम समाप्त होने के बाद शाम को मतदान कराने का प्रयास किया जाएगा।

एक शादी में 80 लोग रहेंगे तो वोटिंग पर पड़ेगा असर

मतदान के दिन जिन परिवारों में शादी है, वे सुबह से ही आयोजन में जुटे रहेंगे। बारात, फेरे में परिवार के लोगों के अलावा अतिथि भी जुटेंगे। अगर एक शादी में करीब 80 लोग भी शामिल हों तो 1600 परिवारों के बड़ी संख्या में लोग मतदान से वंचित रह सकते हैं।

 

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विवाह समारोह में शामिल होने से पहले करें मतदान, रचित राज : जूनागढ़. जिला निर्वाचन अधिकारी सह कलक्टर रचित राज ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि 1 दिसंबर को विवाह समारोह में शामिल होने से पहले मतदान करें और राष्ट्रीय फर्ज निभाएं। उन्होंने कहा कि विवाह उत्सव के दौर के साथ ही लोकतंत्र का पर्व यानी विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं, यह आभास होना आवश्यक है कि विवाहोत्सव के आनंद के साथ-साथ हमारे राष्ट्रीय कर्तव्य निभाना भी आवश्यक है, इसकी उपेक्षा न हो। उन्होंने कहा कि विवाहोत्सव में उत्साह से शामिल होने के साथ ही लोकतंत्र के पर्व में भी पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लेना चाहिए और नियमित रूप से मतदान करना चाहिए।

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