ऐसे हुई लूट :
दियोदर के रेलवे स्टेशन रोड स्थित रामेश्वर व्यापार केन्द्र नामक पशु आहार की दुकान के मालिक जशुभाई ठक्कर गुरुवार दोपहर को घर भोजन करने के लिए थे जबकि उनके छोटे भाई जीतु ठक्कर ग्राम्य क्षेत्र में गए थे और दुकान पर सिर्फ कर्मचारी जगदीश की था। इस दौरान दोपहर को अज्ञात व्यक्ति मुंह पर रूमाल बांधकर दुकान में घुसा और १० बोरी पापड़ी खरीदने का कहा था, ऐसे में जगदीश ने मालिक को फोन किया तो मालिक ने पापड़ी देने का कहा। बाद में दुकान का कर्मचारी बिल बनाने लगा। इस दौरान अज्ञात व्यक्ति ने कर्मचारी के आंखों में मिर्ची पाउडर डाला और काउंडर पर रखी रुपए की थैली व बाइक की चाबी को उठा लेे गया और बाइक लेकर फरार हो गया। थैली में २० लाख ५५ हजार रुपए बताए गए थे।
ऐसे हुआ खुलासा :
जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप सेजुल के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक पी. एच. चौधरी, दियोदर पुलिस थाने के उप निरीक्षक पी. डी. सोलंकी व शिहोरी पुलिस की टीम बनाई गई थी। दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज में कर्मचारी जगदीश की गतिविधि संदिग्ध दिखाई दी तो उससे कड़ी पूछताछ की गई। जिसमें उनसे लूट की बात कबूली। प्रारंभिक पूछताछ में जगदीश ने बताया कि निकुल से साथ मिलकर उसने ही लूट की वारदात को अंजाम दिया था। कबूलात के आधार पर पुलिस ने निकुल की तलाश कर उसे राधनपुर रोड से गिरफ्तार कर लिया और घर से रुपए बरामद किए।
कर्मचारी की ये थी शंकास्पद गतिविधि :
दुकान में जब रूमाल बांधकर अज्ञात व्यक्ति घुसा तो उसके मुंह से रूमाल क्यों नहीं हटवाया?
मिर्ची पाउडर निकालने के लिए दांत से थैली को काटा, लेकिन कर्मचारी का ध्यान नहीं गया। पहली बार मिर्ची पाउडर आंखों में पर्याप्त मात्रा में नहीं लगा, फिर भी कर्मचारी बैठा ही रहा तो नकाबपोश ने दूसरी बार पाउडर डाला था।
लुटेरा पैर के पास से राशि भरा थैला व बाइक की चाबी लेकर आराम से पलायन हो गया था। इस गतिविधियों को देखकर पुलिस ने कर्मचारी से कड़ी पूछताछ की तो उसने वारदात कबूली।