पाटण जिला स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी) के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में बनासकांठा जिले की डीसा तहसील के भोयण निवासी दीपक ठक्कर, जिगरकुमार ठक्कर, गायत्रीनगर निवासी किशन जयसवाल, डीसा निवासी राकेश माजीराणा, देवचंद ठाकोर, सुरेश माजीराणा एवं सुभाष ठाकोर शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट का माल बरामद किया।
पुलिस ने बताया कि वडावळ गांव के निकट आंगडिय़ा पेढ़ी के कर्मचारी पर हमला करके हमलावर २२ लाख रुपए को लूट ले गए। लूट की गुत्थी सुलझाने के लिए पाटण जिला अधीक्षक अश्विन चौहान की सूचना पर पाटण एसलीबी की दो टीमें बनाई गई थी। इस दौरान मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर खलीपुर रोड से गुजर रही कार को रोककर तलाशी ली, जिसमें सवार सातों पकडक़र पूछताछ की। प्रारंभिक पूछताछ में सातों ने आंगडिय़ाकर्मी से लूट की बात कबूल की। पुलिस ने स्थल से लूटे गए २२ लाख १० हजार रुपए, कार, चार मोबाइल व तलवार बरामद की है।
चालक ने दी थी लुटेरों को सूचना
प्रारंभिक पूछताछ में दीपक ठक्कर ने बताया कि बुधवार शाम को करीब ७ बजे के आसपास दीपक के बहनोई रविकुमार ठक्कर ने दीपक को फोन करके बताया कि वह एक आंगडिय़ा पेढ़ी के वाहन को राधनपुर से डीसा ले जा रहा है और रुपए लेकर राधनपुर से निकलने वाले हैं। ऐसे में आगे आकर रुपए को लूट लो। इस सूचना के आधार पर लूट की योजना बनाई और आंगडिय़ा की कार को रोककर रुपए को लूट लिया। लूट का मामला भीलडी पुलिस थाने में दर्ज होने से एलसीबी ने आरोपियों को पुलिस को सौंपा। आरोपियों में से दीपक ठक्कर इससे पूर्व चाणस्मा पुलिस थाने में प्रोही के मामले में, किशन डीसा में अपहरण के मामले में, सुरेश मारपीट व लूट के मामला में, राकेशभाई लूट, फिरौती के मामले में, सुभाष सेंधमारी के मामले में और देवचंद चेन छीनने व सेंधमारी के मामले में गिरफ्तार हो चुका है।
कैदी से मोबाइल बरामद
जिला जेल में बुधवार रात को जांच के दौरान एक विचाराधीन कैदी के कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद हुआ। इसके विरुद्ध पुलिस में मामला दर्ज कराया गया है। जानकारी के अनुसार जिला जेल में रात को जेलर ग्रुप-2 के अधिकारी प्रवीण सिंह वाघेला तथा स्टाफ की ओर से आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस दौरान बैरेक नम्बर तीन में बंद एक विचाराधीन कैदी के पास से दो मोबाइल फोन बरामद हुआ। जेल अधीक्षक वी.पी.गोहिल की उपस्थिति में विचाराधीन कैदी रविवाज सिंह जाडेजा के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई।