रूपाणी ने कहा कि आज से पच्चीस-तीस वर्ष पहले ऐसा समय था कि राज्य में पानी की बहुत किल्लत थी, लेकिन पिछले दो दशकों में गुजरात वॉटर डेफिसिट में से वॉटर सरप्लस स्टेट बन चुका है। नीति आयोग ने भी बेस्ट कॉम्पोजिट वॉटर मैनेजमेन्ट इन्डेक्स में गुजरात को प्रथम स्थान दिया है।