यह हादसा उस समय घटा जब प्रभुभाई चौधरी अपनी सास शांताबेन चौधरी का उपचार कराने पत्नी सुशीला चौधरी के साथ कार लेकर राजस्थान जा रहे थे। चौधरी राजस्थान के बीकानेर स्थित सेना छावनी में कार्यरत थे। वे कार से राजस्थान के नागौर जा रहे थे। इसी दौरान पाली के निकट उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई।अंतिम यात्रा में उमड़े लोग
घटना के बाद सेना के जवान और उनकी पत्नी का शव उनके गांव लाया गया। बाद में बीएसएफ कैम्प के निकट उनकी शव यात्रा निकाली गई, जिसमें शहीदों अमर रहो के नारे लगे। अंतिम यात्रा में धानेरा के विधायक मावजी देसाई, बनास डेयरी के निदेशक पी.जे. चौधरी, दांतीवाडा के उप निरीक्षक एस.डी. चौधरी समेत कई नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण मौजूद रहे। सेना के जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान पूरा गांव गमगीन माहौल में तब्दील हो गया।
पति-पत्नी की एक साथ अंत्येष्टि सड़क हादसे का शिकार हुए सेना के जवान और उनकी पत्नी की रविवार को धानेरी गांव के श्मशानगृह में अंत्येष्टि की गई। इस दौरान शहीद अमर रहो, जय जवान के नारों से माहौल गूंज उठा।