गिर जंगल क्षेत्र में ट्रेन की चपेट में 3 शेरों की मौत
अहमदाबादPublished: Dec 18, 2018 10:12:24 pm
-गिर शेरों पर कहर जारी
गिर जंगल क्षेत्र में ट्रेन की चपेट में 3 शेरों की मौत
अहमदाबाद/राजकोट. एक हृदय विदारक घटना में गिर जंगल क्षेत्र से गुजर रही माल गाड़ी की चपेट में आने से 3 शेरों की मौत हो गई। वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक घटना गिर जंगल के पूर्वी हिस्से में अमरेली जिला के सावरकुंडला रेंज के तहत बोराला गांव के पास घटी। माल गाड़ी बोटाद से पीपावाव की ओर जा रही थी। इसी दौरान सोमवार मध्य रात्रि के बाद करीब पौने एक बजे छह शेर इसी रेलवे ट्रेक से गुजर रहे थे। ट्रेक से गुजरने के बाद मालगाड़ी की चपेट में आने से तीन शेरों की मौत हो गई। इनमें एक शेर दो वर्ष तथा दूसरा शेर व एक शेरनी डेढ़-डेढ़ वर्ष के थे। तीनों शेरों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
इस घटना को लेकर जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच के तहत घटना के समय माल गाड़ी की गति, टैकर्स व वन कर्मियों की लापरवाही को ध्यान में लिया जाएगा। दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गिर जंगल क्षेत्र 1800 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। यह तीन जिलों-गिर सोमनाथ, जूनागढ़ व अमरेली में स्थित है जो एशियाई शेरों का एकमात्र शरणगाह स्थल है।
रेलवे ट्रैक जंगल से होकर गुजरती है जिसके तहत मालगाड़ी के मार्फत पीपावाव पोर्ट से कंटनेर लाया जाता है वहीं पैसेन्जर ट्रेन भी गुजरती है। राज्य सरकार की ओर से कई कदम उठाए जाने, चहारदीवारी को लेकर फंड आवंटित करने और कई कदम उठाए जाने के बावजूद क्षेत्र में शेरों और अन्य वन्य प्राणियों से जुड़ी घटना घटती रहती है। गत सितम्बर महीने में 23 शेरों की मौत हो चुकी है। ये मौतें गिर जंगल के पूर्वी क्षेत्र दलखाणिया रेंज में हुई। इसके बाद अब तक 30 से ज्यादा शेर विभिन्न कारणों से मर चुके हैं। 23 में से अधिकांश शेरों की मौत वायरस संक्रमण से हुई बताई जाती है वहीं कुछ शेरों की मौत आपसी झगड़े के कारण बताई जाती है।
गुजरात में अंतिम बार वर्ष 2015 में शेरों की गणना की गई थी जिसमें इसके तहत 523 शेर थे। वर्ष 2010 में 411 वहीं वर्ष 2005 की गणना में 359 शेर पाए गए थे।