पुलिस का ‘ब्लेक होक’ ऑपरेशन :
ऐसे में एसओजी के निरीक्षक एस. एन. गडु, डीसीबी के निरीक्षक एच. एम. गढ़वी व भक्तिनगर पुलिस थाने के निरीक्षक वी. के. गढ़वी सहित टीम ने जांच शुरू की, जिसमें सामने आया कि जंगलेश्वर की गांधी सोसायटी में गांजे की बिक्री होती है। मुखबिर की सूचना के बाद पुलिस ने ‘ब्लेक होक’ ऑपरेशन शुरू किया और एसओजी के पीएसआई एच. एम. राणा फकीर के वेश गांजे खरीदने के बहाने गए और छापा मारा। अन्य स्टाफ घर के बाहर निगरानी में थे। स्थल से पुलिस ने अमीना की पुत्री मदीना, मदीना के पति उस्मान व मदीना की पुत्री अफसाना एवं एक किशोर को गिरफ्तार किया। फळिया में खड़ी कार की तलाशी ली, जिसमें ४२ किलो ३० ग्राम गांजा मिला।
साथ की कार में देशी पिस्तौल व दो कारतूस मिले। इसके अलावा, अन्य एक जीप से ४३ किलो व मकान से २८५ किलो ७५ ग्राम गांजा, वजन कांटा, तौल, चिलम, स्कूटी व तीन मोबाइल मिले। बरामद गांजे की कीमत २२ लाख ३८ हजार रुपए बताई जा रही है।
झाड़ू के व्यवसाय की आड़ में धंधा :
अग्रवाल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी जंगलेश्वर में झाड़ू के व्यवसाय की आड़ में गांजे का धंधा करते थे। बरामद हथियार मदीना के पुत्र नवाज ने लिए थे, जो फिलहाल गांजे के मामले में जामनगर की जेल में है। उसे भी ट्रांसफर वारंट से कब्जे में लिया जाएगा।
पंजाब व ओडिशा से लाते थे गांजा
अग्रवाल ने बताया कि पंजाब व ओडिशा से सूरत होकर गांजा राजकोट पहुंचता था। २५०० रुपए में एक किलो गांजा मंगाते थे और रिटेल में ८ हजार रुपए किलो बेचते थे।