एक वर्ष में अहमदाबाद मंडल में मिले 46 बच्चे व महिलाएं
अहमदाबादPublished: May 02, 2019 09:35:36 pm
आरपीएफ ने भूले-बिछुड़ों को मिलाया परिजनों से
एक वर्ष में अहमदाबाद मंडल में मिले 46 बच्चे व महिलाएं
अहमदाबाद. ऐसे बच्चे और महिलाएं जिन्होंने किसी न किसी कारणवश घर छोड़ा और अहमदाबाद मंडल के रेलवे स्टेशनों पर भटकते मिले उनको रेलवे सुरक्षा बल ने परिजनों तक पहुंचाया। वहीं जिनके परिजनों को पता नहीं चला उनको पुलिस और नारी निकेतन को सौंप दिया।
यदि पिछले एक वर्ष की बात की जाए तो अहमदाबाद रेल मंडल में 46 बच्चे और महिलाएं मिलीं, जिसमें 32 बालक, 11 बालिकाएं और पांच महिलाएं थीं। आरपीएफ ने 32 बच्चों में जहां 19 बच्चों को बच्चों के हितों में कार्य करने वाली संस्था चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। वहीं एक बच्चे को पुलिस को सौंपा। बारह ऐसे बच्चे थे, जिनके परिजनों ने आरपीएफ ने संपर्क किया। बाद में उनके परिजनों को उन बालकों को सौंप दिया। वहीं ग्यारह बालिकाओं में से पांच बालिकाओं को चाइल्ड लाइन, दो बालिकाओं को पुलिस और चार बालिकाओं को उनके परिजनों बुलाकर उनके चेहरे पर खुशी लाने की कोशिश की। अहमदाबाद में पांच महिलाएं मिली हैं, जिनमें दो महिलाओं को उनके परिजनों से संपर्क कर समझा बुझाकर सौंप दिया। वहीं तीन महिलाओं के परिजनों का संपर्क नहीं होने पर उनको महिलाओं के हितों में कार्य करने वाली संस्था नारी निकेतन को सौंप दिया गया।
अहमदाबाद मंडल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त सरफराज अहमद ने बताया कि ये वे बच्चे हैं जो परिजनों से नाराज होकर घर छोड़ा या फिर आर्थिक तंगी की वजह से घर से निकलकर किसी ट्रेन में बैठकर रेलवे स्टेशनों पर पहुंच गए। इन बच्चों को आरपीएफ थाने लाकर समझाया-बुझाया गया। बाद में कइयों को परिजनों से संपर्क कर सौंपा गया। परिजनों का संपर्क नहीं होने पर उनको चाइल्ड लाइन को सौंपा गया।