७.१५ लाख विद्यार्थियों ने दी एलआरडी परीक्षा
अहमदाबादPublished: Jan 06, 2019 11:17:07 pm
रीजनिंग से जुड़े प्रश्नों ने कराई दिमागी कसरत, समय पड़ा कम,दो दिसंबर को पेपर लीक होने के चलते हुई थी रद्द
७.१५ लाख विद्यार्थियों ने दी एलआरडी परीक्षा
अहमदाबाद. गुजरात पुलिस की लोक रक्षक दल (एलआरडी) भर्ती के लिए रविवार को राज्यभर में ली गई परीक्षा में ७.१५ लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। ८.७६ लाख परीक्षार्थियों को एलआरडी भर्ती बोर्ड की ओर से प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। विद्यार्थियों ने पेपर को तो सरल बताया, लेकिन रीजनिंग प्रश्नों के ज्यादा पूछे जाने के चलते दिमागी कसरत करनी पड़ी और ज्यादातर को समय कम पड़ गया। परीक्षा के लिए गुजरात पुलिस, भर्ती बोर्ड, शिक्षा विभाग, एसटी विभाग और कलक्टर कार्यालय के कर्मचारियों की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
सुबह 11 बजे से परीक्षा शुरू हुई, जिसके लिए राज्य के २४ सौ परीक्षा केन्द्रों के २९ हजार परीक्षा कक्ष में ८.७६ लाख परीक्षार्थियों की बैठक व्यवस्था की गई थी। सुबह आठ बजे ही परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचना था। बायोमेट्रिक अटेंडेंस और वीडियोग्राफी के बीच परीक्षा ली गई। सीसीटीवी के जरिए कंट्रोलरूम से नजर रखी गई।
दो दिसंबर को परीक्षा से चंद मिनट पहले ही पेपर लीक होने का खुलासा होने से परीक्षा रद्द कर दी गई थी। जो रविवार को ली गई। राज्य सरकार की ओर से परीक्षार्थियों के लिए घर से परीक्षा केन्द्र और परीक्षा केन्द्र से घर तक एसटी बस में मुफ्त में सफर की व्यवस्था की गई है। कई जगहों पर विशेष बसें भी चलाई गईं। बस स्टैंडों पर हेल्प डेस्क शुरू की गई थी।
एलआरडी भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष विकास सहाय ने बताया कि रविवार को ली गई एलआरडी परीक्षा में ७.१५ लाख परीक्षार्थियों के शिरकत करने की प्राथमिक जानकारी सामने आई है। ८.७६ लाख परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। पुलिस, शिक्षा, कलक्टर कार्यालय एवं एसटी विभाग की मदद से चुस्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच परीक्षा ली गई। ५२५ केन्द्रों पर दो दिसंबर की हाजिरी शीट का उपयोग किया गया।
उन्होने बताया कि उन्हें फीडबैक मिला है कि पेपर अच्छा रहा है।सौ प्रश्नों के पेपर को हल करने के लिए एक घंटे का समय दिया गया था।एक अन्य छात्र का भी कहना था कि कानून से जुड़े सवाल, सामान्य ज्ञान से जुड़े सवाल सरल थे, लेकिन रीजनिंग एवं गणित के प्रश्न ज्यादा पूछे गए थे जिससे समय कम पड़ गया।