scriptफर्जी पहचान देकर सोनी से ३० लाख के जेवरात ठगे | A fake tradar fled with 30 lakh rupees ornaments from two soni | Patrika News

फर्जी पहचान देकर सोनी से ३० लाख के जेवरात ठगे

locationअहमदाबादPublished: Sep 23, 2018 11:00:32 pm

ऑफिस में जेवरात लेने के बाद नीचे से पैसे लाने का कहकर हुआ फरार
 

FIR

फर्जी पहचान देकर सोनी से ३० लाख के जेवरात ठगे

अहमदाबाद. फर्जी पहचान देकर माणेकचौक के दो आभूषण व्यापारियों के पास से ३० लाख रुपए के जेवरात ठगने का मामला सामने आया है। आरोपी ने दो तीन दिनों तक बातचीत करने के बाद अपनी ऑफिस में बुलाकर व्यापारियों के पास से जेवरात लिए और फिर ऑफिस में ही व्यापारियों को बिठाया। नीचे से एक मित्र के पेमेन्ट लेकर आने की बात कहते हुए वह जेवरात भरा बैग लेकर फरार हो गया। ठग व्यापारी के फर्जी पहचान देने का पता चलने पर व्यापारियों ने खाडिय़ा थाने में शनिवार को ठगी व विश्वासघात का मामला दर्ज कराया है।
ईसनपुर निवासी हर्षद मोदी ने राजकोट परसाणनगर के पास रामकृष्ण पार्क में रहने वाले योगेश गढ़वी के विरुद्ध ३० लाख की ठगी का मामला दर्ज कराया है।
आरोप है कि योगेश गढ़वी ने ठगी करने के इरादे से ही उनके पास मुंबई के एक नामी आभूषण शोरूम के डीलर के साथ उनकी माणेकचौक स्थित जितेन्द्र गोल्ड नाम की दुकान में आकर सात सितंबर को मुलाकात की। खुद की मुन्ना पटेल ने नाम से फर्जी पहचान दी और कहा कि वह घांची की पोल में वी.एस.गोल्ड नाम से ऑफिस चलाता है। उसने सात सितंबर को ही हर्षद मोदी के कार्यालय में आकर २३ लाख रुपए से अधिक की सोने की ५४ चेन पसंद की और अलग रखवाईं। बाद में उन चेन को खरीदने के लिए उसी दिन और फिर बाद में आठ सितंबर की दोपहर को उनके घांची की पोल स्थित कार्यालय बुलाया। हर्षद मोदी और उनके भाई सोने की चेन लेकर गढ़वी के कार्यालय पहुंचे वहां उसने सोने की चेन ले ली और जल्द रुपए लेकर उनके मित्र के आने की बात कहते हुए अपने पास बैग में रख लीं। इसके अलावा मुंबई के कान्हा गोल्ड की मार्केटिंग करने वाले आशीष मालाकार के पास से साढ़े सात लाख रुपए कीमत के सोने के कंगन और एक लकी ले ली और रख ली। दोनों ही को अपनी ऑफिस में बिठाया। उसके बाद किसी मित्र को फोन करके कहा कि उनका मित्र नीचे पैस लेकर आया है तुम ऑफिस में बैठो नीचे से पैसे लेकर आता हूं। ऐसा कहकर वह आभूषणों से भरा बैग लेकर फरार हो गया और वापस नहीं लौटा।
काफी देर तक नहींलौटने पर कार्यालय के कर्मचारी से पूछा तो उसने कहा कि वह २४ घंटे पहले ही नौकरी पर आया है। इसके बाद आरोपी ने फोन बंद कर लिया। जांच करने पर पता चला कि वह मुन्ना पटेल नहीं बल्कि राजकोट निवासी योगेश गढ़वी है और उसने ठगी के इरादे से फर्जी पहचान दी थी। उसका फोटो लेकर पुलिस में शिकायत की है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो