गुजरात एनएसयूआई के महासचिव निखिल सवाणी ने बुधवार को ट्विट करके पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। जिसमें कहा कि घटना को अब तक २४ घंटे हो गए हैं, लेकिन अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। पुलिस पर भारतीय युवा मोर्चा के नेता का नाम वापस लेने का दवाब भी बनाने का आरोप लगाया है। सवाणी ने ट्विट में कहा कि अगर एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो वे घायल अवस्था में भी पुलिस आयुक्त कार्यालय पर धरना देने जाएंगे।
उधर दूसरी ओर इस पूरे घटनाक्रम पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बुधवार को पालडी स्थित अपने प्रदेश मुख्यालय के साथ साथ सभी जिलों में यज्ञ करके अपना विरोध जताया। डीपीसी बोले कड़ी कार्रवाई को पुलिस खुद बनी शिकायतकर्ता
इस प्रकार की घटनाएं दोबारा ना बनें इसके लिए कड़ी कार्रवाई करने के लिए सरकार की ओर से खुद पुलिस इस मामले में शिकायतकर्ता बनी है। जो भी इस मामले में घायल हुए हैं। उनके बयान दर्ज करके, सीसीटीवी फुटेज और वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जवाबदेह लोगों की गिरफ्तारी होगी। इस मामले की जांच इलाके की सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) दिव्या रविया को सौंपी गई है।
-के.एन.डामोर, पुलिस उपायुक्त, जोन-7 अहमदाबाद