ABVP अहमदाबाद की महानगर मंत्री प्रार्थनाबेन अमीन ने बयान जारी कर कहा कि ‘साल कॉलेज कैंपस में हुआ आंदोलन कार्यकर्ताओं की भूल है। कभी भी प्राध्यापकों के सम्मान को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए। इस मामले में भूल करने वाले परिषद के कार्यकर्ता अक्षत जायसवाल को विद्यार्थी परिषद की सभी जवाबदारी से मुक्त कर दिया गया है। आगामी समय में परिषद के किसी भी कार्यकर्ता की ओर से ऐसी कोई हरकत नहीं की जाएगी।’ परिषद के बयान में कहा गया है कि वायरल हुए वीडियो में प्राचार्य छात्रा के पैर पड़ते नजर आ रही हैं। परिषद इसकी निंदा करती है। ऐसी घटना का समर्थन नहीं करती। वीडियो में नजर आने वाली महिला प्राचार्य व प्राध्यापकों से परिषद का एक प्रतिनिधि मंडल मुलाकात करेगा और अपनी भूल स्वीकारेगा।
छात्र संगठन एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक भाविक सोलंकी ने कहा कि ABVP के छात्रनेताओं की दादागीरी के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। साल कॉलेज में हुई घटना उसका एक उदाहरण है। जो गुरू-शिष्य के बीच के संबंधों पर लांछन लगाने वाली है। इस मामले में जिम्मेदार लोगों पर एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। एनएसयूआई इस घटना का पुरजोर विरोध करता है।
साल डिप्लोमा इंजीनियरिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ. मोनिका स्वामी ने कहा कि इस मामले में आगे क्या कार्यवाही करनी है उस पर फैसला कॉलेज प्रबंधन करेगा। संस्थान के निदेशक अभी बाहर हैं उनके आते ही बैठक होगी जिसमें वे अपना पक्ष रखेंगीं। हालांकि उन्होंने कहा कि विवाद को हल करने की उन्होंने हर संभव कोशिश की।