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ABVP छात्रनेताओं ने महिला प्राचार्य को छात्रा के पैर पडऩे पर किया मजबूर

locationअहमदाबादPublished: May 13, 2022 10:39:19 pm

ABVP Student leader forced woman principal touch feet of girl ,गुरू-शिष्य के पवित्र संबंध को शर्मशार करने वाली घटना, वरिष्ठ प्राध्यापकों ने भी मांगी माफी, वीडियो हुआ वायरल, एबीवीपी ने की निंदा, कहा नहीं करते ऐसी घटना का समर्थन एनएसयूआई छात्रनेता की एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग
 

ABVP छात्रनेताओं ने महिला प्राचार्य को छात्रा के पैर पडऩे पर किया मजबूर

ABVP छात्रनेताओं ने महिला प्राचार्य को छात्रा के पैर पडऩे पर किया मजबूर

अहमदाबाद. गुरू-शिष्य के पवित्र संबंध को शर्मशार करने और गुरू की गरिमा को तारतार करने वाली एक घटना शहर के सोला इलाके में स्थित साल इंस्टीट्यूट ऑफ डिप्लोमा स्टडीज में सामने आई है। साल डिप्लोमा इंजीनियरिंग कॉलेज की महिला प्राचार्य को छात्र संगठन ABVP Student leaders की ओर से छात्रा के पैर पडऩे पर मजबूर करने का आरोप लगा है। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शुक्रवार को जमकर वायरल हुआ। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने इसकी निंदा की है। साथ ही बयान जारी कर कहा कि परिषद इस प्रकार की शर्मनाक घटना का समर्थन नहीं करती है। दरअसल यह घटना गुरुवार को साल डिप्लोमा इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई। कॉलेज की एक छात्रा सहित कई छात्रों को कॉलेज की ओर से उनकी कम उपस्थिति के चलते परिजनों के साथ बुलाया गया था। आरोप है कि एक छात्रा सहित अन्य छात्रों को कम उपस्थिति के नाम पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए एबीवीपी का छात्रनेता व कॉलेज का छात्र अक्षत जायसवाल ने अन्य छात्रनेताओं के साथ महिला प्राचार्य डॉ.मोनिका स्वामी की केबिन में जमकर हंगामा किया। आरोप है कि एबीवीपी के छात्रनेताओं ने महिला प्राचार्य को छात्रा के पैर पडऩे तक के लिए मजबूर किया। इतना ही नहीं कॉलेज के दो वरिष्ठ प्राध्यापकों तक को माफी मांगनी पड़ी। वायरल हुए वीडियो में ऐसा देखा भी जा रहा है।
छात्रनेता को जवाबदारी से किया मुक्त: प्रार्थनाबेन अमीन
ABVP अहमदाबाद की महानगर मंत्री प्रार्थनाबेन अमीन ने बयान जारी कर कहा कि ‘साल कॉलेज कैंपस में हुआ आंदोलन कार्यकर्ताओं की भूल है। कभी भी प्राध्यापकों के सम्मान को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए। इस मामले में भूल करने वाले परिषद के कार्यकर्ता अक्षत जायसवाल को विद्यार्थी परिषद की सभी जवाबदारी से मुक्त कर दिया गया है। आगामी समय में परिषद के किसी भी कार्यकर्ता की ओर से ऐसी कोई हरकत नहीं की जाएगी।’ परिषद के बयान में कहा गया है कि वायरल हुए वीडियो में प्राचार्य छात्रा के पैर पड़ते नजर आ रही हैं। परिषद इसकी निंदा करती है। ऐसी घटना का समर्थन नहीं करती। वीडियो में नजर आने वाली महिला प्राचार्य व प्राध्यापकों से परिषद का एक प्रतिनिधि मंडल मुलाकात करेगा और अपनी भूल स्वीकारेगा।
दर्ज की जाए एफआईआर: सोलंकी
छात्र संगठन एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक भाविक सोलंकी ने कहा कि ABVP के छात्रनेताओं की दादागीरी के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। साल कॉलेज में हुई घटना उसका एक उदाहरण है। जो गुरू-शिष्य के बीच के संबंधों पर लांछन लगाने वाली है। इस मामले में जिम्मेदार लोगों पर एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। एनएसयूआई इस घटना का पुरजोर विरोध करता है।
कॉलेज प्रबंधन करेगा निर्णय: महिला प्राचार्य
साल डिप्लोमा इंजीनियरिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ. मोनिका स्वामी ने कहा कि इस मामले में आगे क्या कार्यवाही करनी है उस पर फैसला कॉलेज प्रबंधन करेगा। संस्थान के निदेशक अभी बाहर हैं उनके आते ही बैठक होगी जिसमें वे अपना पक्ष रखेंगीं। हालांकि उन्होंने कहा कि विवाद को हल करने की उन्होंने हर संभव कोशिश की।
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