एसीबी के अनुसार ब्यूरो के टोलफ्री नंबर १०६४ पर एक युवक ने फोन करके शिकायत दी कि विरमगाम उपाधीक्षक कार्यालय के दो कांस्टेबल की ओर से रिश्वत की मांग की जा रही है। दरअसल इन दोनों कांस्टेबल देसाई व रथवी ने शिकायतकर्ता को प्रोहिबिशन के आरोप में पकड़ा था। आरोपी के साथ मारपीट नहीं करने, उसका वाहन जब्त नहीं करने एवं उसके साथियों को गिरफ्तार नहीं करने तथा उसके पास से शराब की बरामदगी खुले में से बताने के एवज में रिश्वत की मांग की थी।
चार सितंबर को ही दोनों कांस्टेबलों की ओर से डेढ़ लाख रुपए शिकायतकर्ता व उनके साथियों से ले लेने और शेष ७५ हजार की राशि के लिए मांडल थाने के कांस्टेबल भूपेन्द्र सिंह झाला के जरिए संपर्क करने का आरोप है। झाला ने शुक्रवार को रिश्वत की राशि मांडल में लाकर देने को कहा था। इसकी शिकायत मिलने पर एसीबी ने जाल बिछाया और भूपेन्द्र सिंह को ७५ हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।
चार सितंबर को ही दोनों कांस्टेबलों की ओर से डेढ़ लाख रुपए शिकायतकर्ता व उनके साथियों से ले लेने और शेष ७५ हजार की राशि के लिए मांडल थाने के कांस्टेबल भूपेन्द्र सिंह झाला के जरिए संपर्क करने का आरोप है। झाला ने शुक्रवार को रिश्वत की राशि मांडल में लाकर देने को कहा था। इसकी शिकायत मिलने पर एसीबी ने जाल बिछाया और भूपेन्द्र सिंह को ७५ हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।