युवती के संपर्क में आने के बाद पाटिल ने यह विश्वास दिलाया कि वह और उसके पिता मुंबई में एक दूसरे को जानते हैं और वह उसे सरकारी नौकरी दिला सकता है। इसके बाद आरोपी ने युवती से कई प्रमाणपत्र ले लिए और उससे मराठी में हस्ताक्षर भी करवा लिया। इसके बाद आरोपी ने युवती से मुंबई आकर विवाह करने की धमकी दी। प्रमाणपत्रों के आधार पर आरोपी ने नकली वैवाहिक प्रमाणपत्र और विवाह के नकली फोटो भी बनवा लिए।
युवती का अपने पति से तलाक हो गया वर्ष 2014 में युवती का विवाह हो गया, लेकिन अचानक युवती के पति ने पाटिल की ओर से अपशब्द भरे फोन किए। इसके बाद आरोपी ने व्हाट्स एप पर फर्जी वैवाहिक प्रमाणपत्र भेजा। इसके बाद युवती का अपने पति से तलाक हो गया। तलाक के बाद भी आरोपी युवती को परेशान करता रहा। इसके बाद युवती ने फिर से आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की कोशिश की।