इस स्टेडियम पर नवम्बर 2014 में अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेला गया था। वर्ष 2015 में पुराने स्टेडियम को तोडऩे के बाद इसी जगह पर नया स्टेडियम बनाने की शुरुआत की गई। नए स्टेडियम के लिए भूमि पूजन जनवरी 2017 में किया गया था और करीब तीन वर्षों के निर्माण के बाद यह स्टेडियम पूरी तरह तैयार हो गया है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस पर संतोष व्यक्त करते हुए इस स्टेडियम का निर्माण वाली कंपनी को समय सीमा में कार्य को पूरा करने के लिए बधाई भी दी।
बन चुके हैं कई रिकॉर्ड पुराने मोटेरा स्टेडियम पर कई क्रिकेट रिकॉर्ड बनाए गए। लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने वर्ष 1987 में यहीं पर टेस्ट क्रिकेट में पहली बार दस हजार रन का रिकॉर्ड बनाया था। हरफनमौला कपिल देव ने न्यूजीलैण्ड के रिचर्ड हैडली के सर्वाधिक 432 टेस्ट विकेट का रिकॉर्ड तोड़ा था। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक यहीं पर जड़ा था।