नागरिक उड्डयन मंत्रालय (civil aviation ministry) के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो देशभर में हवाई यात्रियों की संख्या में हर वर्ष इजाफा हो रहा है। हालात यह हैं कि देश के कई एयरपोर्ट ऐसे हैं जहां से क्षमता से ज्यादा यात्रियों की आवाजाही हो रही है। यात्रियों की आवाजाही से ही एयरपोर्ट का विकास होता है और सुविधाएं विकसित की जाती हैं। जिस तरीके से हवाई यात्रियों में इजाफा हो रहा है उसे देखते हुए ही भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के हवाई अड्डों को अगले पांच वर्ष में 25 हजार करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जाएगा।
‘वंदे भारतÓ उड़ानें 167 पहुंची अहमदाबाद एयरपोर्ट के आंकड़ों पर गौर करें तो कोरोना संक्रमण के चलते विदेशों में फंसे प्रवासी भारतीयों को लाने के लिए केन्द्र सरकार ने ‘वंदे भारतÓ (vande bharat flights) उड़ानें शुरू की थी, जिसमें अलग-अलग देशों से प्रवासी भारतीयों को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लाया गया। जहां मई से अगस्त तक विदेश से 167 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें ‘वंदे भारतÓ मिशन में आई, जिसमें मई में 25 उड़ानें, जून में 51, जुलाई में 40, अगस्त में 51 उड़ानें आईं। वहीं जून से अगस्त तक 55 वंदे भारत विमानों ने उड़ान भरीं, जिसमें जून में एक, जुलाई में पन्द्रह और अगस्त में 39 विमानों ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरीं। इस तरीके से पहली बार हुए लॉकडाउन के बाद से अहमदाबाद एयरपोर्ट से करीब 260 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के जरिए 7500 से ज्यादा यात्रियों ने आवाजाही की।