प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपी जहां से ऑयल की पाइप लाइन गुजरती थी। उस पाइप लाइन से लेकर ३००-४०० मीटर दूर तक अपनी खुद की नई पाइप लाइन बिछाता। फिर ओएनजीसी की पाइप लाइन में पंचर करके खुद की पाइप लाइन का वाल्ब जोड़ देता उसमें से जो ऑयल निकलता उसे चुराने के लिए आरोपी पास में ही जगह को गोदाम या फैक्ट्री के लिए किराए पर लेता था। फिर उस फैक्ट्री व गोदाम से टेंकरों के जरिए ऑयल की चोरी कर उसकी हेराफेरी करता।