सिविल अस्पताल प्रशासन के अनुसार कोरोना के मरीजों को बढ़ती ऑक्सीजन की जरूरत को ध्यान में रखकर सिविल मेडिसिटी में 60 हजार लीटर वाले तीन टेंक स्थापित किए गए हैं। इनमें से 1200 बेड अस्पताल, मंजूश्री मिल के किडनी अस्पताल तथा सिविल अस्पताल में 20-20 हजार लीटर के टेंक मौजूद हैं। इस व्यवस्था से कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की उपलब्धता और आसान बनी है। इन सभी टेंकों को प्रतिदिन दो से तीन बार रिफिल भी किया जाता है।
सिविल अस्पताल में दाखिल कोविड के मरीजों को आक्सीजन की मात्रा कभी कम नहीं हुई है और न ही आशंका है। सिविल अस्पताल और कोविड समर्पित हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की लाइन सेन्ट्रलाइन की गई है जिससे कभी ऑक्सीजन की तंगी नहीं होती है। ऑक्सीजन के टेंक में ही अलार्म सेट किया गया है। यह संकेत ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी को तत्काल मिलता है जिससे समय रहते ऑक्सीजन अस्पताल में पहुंच जाती है।
कोविड के हरेक मरीज को स्थिति के अनुसार ऑक्सीजन की जरूरत होती है। कोरोना ग्रस्त को नोजल प्रोंज पर चार लीटर तक आक्सीजन की जरूरत होती है। सादा वेंटि मास्क पर छह से आठ लीटर और एनआरबीएम मास्क पर दस से बारह लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन को शरीर में पहुंचाया जाता है। इस जरूरत को चिकित्सक स्थिति के अनुसार तय करते हैं।