एडीजी ने यह बात मंगलवार दोपहर पुलिस नियंत्रण कक्ष के सभागार में पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि नए वृत क्षेत्रों एवं थाने-चौकियों को लेकर परमेश्वर कमेटी की सिफारिशों के तहत प्रस्ताव लिए हैं तथा राज्य सरकार को भेजा है। फिलहाल शहरी क्षेत्रों के वृत को लेकर कार्य चल रहा है। इसके तहत वृत एवं एसडीएम कार्यालय को साथ रखने को लेकर कार्रवाई की जा रही है।
30 फीसदी पद रिक्त
एडीजी ने बताया कि पुलिस महकमे में करीब तीस फीसदी पद रिक्त हैं। उन्हें भरने सरकार एवं मुख्यालय स्तर पर प्रयास जारी है। विभागीय पदोन्नति को लेकर अड़चनें भी पैदा होती है। लीगल विवाद भी होते हैं, जिन्हें सुलझाने की कार्रवाई भी की जा रही है।
सामाजिक समरसता से अपराध पर नियंत्रण एडीजी ने कहा कि कई बार सामाजिक कुरीतियों के चलते कानून -व्यवस्था की स्थिति बिगड़ जाती है। जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक प्रतिनिधियों को साथ लेकर व्यवस्थाओं में सुधार करना होगा। समाज से सम्पर्क कर सामाजिक चेतना को जागृत करना होगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता से ही अपराधों पर नियंत्रण संभव है। इसमें सीएलजी सदस्यों का सहयोग लिया जा रहा है।
होगा कार्य में सुधार
एडीजी ने दावा किया कि डूंगरपुर में अपराध नियंत्रण पर अच्छा कार्य हो रहा है। पुलिस अधिकारियों की अपराध गोष्ठी में भी इसे लेकर व्यापक चर्चा की है। अभी सुधार की काफी गुंजाइश है तथा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
सीमावर्ती क्षेत्रों में शराब, गोवंश तथा लकड़ी की तस्करी पर प्रभावी अंकुश नहीं लगने के सवाल पर एडीजी ने कहा कि इसे लेकर चर्चा की है तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रभावी गश्त एवं नाकाबंदी के निर्देश दिए गए है।