केसर सिंह ने दी थी टिप, की थी रैकी
आरोपियों की पूछताछ में सामने आया कि इस लूट का मुख्य आरोपी केसरसिंह है। वह 2017-18 में ओढव व्यापारी महामंडल में एक कारखाने में नौकरी करता था। तब वह ओढव क्षेत्र से परिचित हुआ था। उसे पता चला था कि यहां एक आंगडिय़ा पेढ़ी है, जिसमें लाखों का लेनदेन हर दिन होता है। हवाला के पैसे यहां आते हैं। जिससे उसने लूट की योजना बनाई थी। केसरसिंह ने ही नितेष सिंह के साथ मिलकर एक महीने पहले इस पेढ़ी की रैकी की थी। फिर सुरेन्द्र सिंह के साथ मिलकर 15 जून को अपने गांव में खेत पर पार्टी करके लूट का षडयंत्र रचा। इसमें केसर, नितेष, निकूसिंह, तेज सिंह, प्रविण सिंह शामिल थे। निकू के पास पिस्तोल थी और नितेष ने चाकुओं की व्यवस्था की थी।