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भारतीय लोगों को ठगने वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश

locationअहमदाबादPublished: Mar 19, 2018 10:15:51 pm

Submitted by:

Nagendra rathor

क्राइम ब्रांच ने नोएडा में दबिश देकर सात को पकड़ा,एक युवती भी शामिल, मुख्य आरोपी फरार

call center accused
अहमदाबाद. अमरीकी लोगों को फोन करके ऋण देने का लालच देकर एवं इंटरनल रेवन्यु सर्विस के नाम पर धमकाते हुए ऑनलाइन चपत लगाने वाले कॉल सेंटरों के बाद भारतीय लोगों को ठगने वाले कॉल सेंटर का अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) नोएडा के सेक्टर चार में चल रहे इस कॉल सेंटर पर दबिश देकर क्राइम ब्रांच ने एक युवती सहित सात लोगों को पकड़ा है। मुख्य आरोपी अभी भी फरार है। इनके पास से १६ मोबाइल फोन, दो डायरी, नौ नोटबुक, ३०७ पृष्ठ कस्मरों का ब्यौरा, दो डेबिटकार्ड बरामद किए हैं।
क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त डॉ.राजदीप सिंह झाला ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में उ.प्र.गाजियाबाद निवासी बदलू सैफी (२४), सरोज राजपूत (22), दिल्ली निवासी इमरानखान (24), उ.प्र.नोएडा निवासी जय शर्मा (२०), दिल्ली निवासी आकाश गुप्ता (२९), युवती जैबा खान (23) मोहम्मद जीशान खान (२६) शामिल हैं। मुख्य आरोपी दिल्ली निवासी अख्तरअली रिहानखान फरार है।
यूं तो यह गिरोह पूरे देश के लोगों को चपत लगा रहे थे। गुजरात से भी करीब २४ लोगों को चपत लगाने की प्राथमिक जानकारी इनके पास से मिली है। अब तक यह करोड़ों रुपए की चपत लोगों को लगा चुके हैं। इंश्योरेंस पॉलिसी की राशि और ज्यादा राशि दिलाने का लालच देकर लोगों को फंसाने के बाद उन्हें चपत लगाने की यह नई मॉडस ओपरेन्डी है। बीते करीब दो सालों से इसके जरिए करोड़ों की चपत लगाई जा चुकी है।
इंश्योरेंस राशि दिलाने के नाम पर करते ठगी
झाला ने बताया कि २९ सितंबर २०१७ को नवरंगपुरा निवासी वरिष्ठ नागरिक प्रकाश एन.शाह (७८) ने शिकायत दी, जिसमें कहा कि जनवरी से सितंबर २०१७ के दौरान आरोपियों ने एचडीएफसी इंश्योरेंस कर्मचारी बनकर प्रकाशभाई को फोन किया। पॉलिसी के कुछ हफ्ते नहीं भरने के चलते प्रकाशभाई को हफ्ते नहीं भरे हने से पेनल्टी लगने और अन्य बातें कहकर घबराया। विश्वास जीतने के लिए आरबीआई और बैंक ऑफ इंडिया के फर्जी ईमेल भी भेजे। बाद में सेटलमेंट करने की बात कहकर उनके पास से एक्सिस बैंक में उनके ही नाम का एक अलग बैंक एकाउंट उनसे खुलवाया।
उसकी चेकबुक, डेबिटकार्ड, पिन नंबर भी आरोपियों ने प्रकाशभाई से हस्ताक्षर करवाकर कुरियर के जरिए अपने पास मंगवा लिए और फिर उन्हें अब तक जितने रुपए भरे हैं वह कमीशन लेकर वापस दिलाने की बात कहकर उनके पास से एक्सिस बैंक के नए एकाउंट में अलग अलग प्रोसिस व अन्य मद से रुपए जमा करवाए। करीब सात लाख ७६ हजार रुपए जमा कराने पर भी रुपए नहीं मिलने पर प्रकाशभाई को शंका हुई और उन्होंने क्राइम ब्रांच में शिकायत दी।
एक साल से चल रहा था
झाला ने बताया कि आरोपी एक साल से किराए की ऑफिस में कॉल सेंटर चला रहे थे। एचडीएफसी इंश्योरेंस कंपनी से पॉलिसी लेने वाले व्यक्तियों का डाटा इनके पास था। अख्तरअली रिहानखान इन सातों लोगों को डाटा देता फिर उसकी ओर से ही दिए गए सिमकार्ड व फोन से कॉल सेंटर से फोन करवाता था। पकड़े गए आरोपी कस्टमरों को फोन करके पॉलिसी धारक से उसकी जन्मतिथि, परिवार के नाम, पता, अन्य जानकारी लेते और फिर कितने प्रीमियम भरे हैं वह जानते और अख्तरअली को जानकारी देते थे। इसके बाद अख्तरअली पॉलिसी का रिफंड दिलाने की बात कहकर पॉलिसी धारक के पास से अलग अलग बैंक में रुपए जमा करवाता। कईयों से अलग बैंक एकाउंट भी खुलवाता और पासबुक, चेकबुक, डेबिटकार्ड मंगवा लेता, जिसके जरिए पॉलिसी धारक के खाते से पैसे निकाल लेता था। इनके पास एचडीएफसी इंश्योरेंस कंपनी के पॉलिसी धारकों का असली डाटा है, यह कहां से आया इसकी जांच जारी है।
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