शिकायत के अनुसार देवेन्द्र और उसके मित्र घटना से कुछ समय पहले ही घटनास्थल से कुछ दूरी पर खड़े थे। तभी घनश्याम उर्फ बाबा ने उन्हें आकर बताया कि दोपहर करीब ढाई बजे घर के सामने के मैदान में नाश्ता करने जाने के दौरान घनश्याम का रिंकू से झगड़ा हो गया था, जिस पर घनश्याम ने उसे दो से तीन तमाचे जड़ दिए थे। उसी के कुछ समय बाद रिंकू ने घनश्याम को बुलाया । इसी समय उसका भाई चेतन आ गया उसने घनश्याम के हाथ पकड़ लिए और रिंकू ने चाकू से एक के बाद एक वार कर दिए और दोनों वहां से फरार हो गए।