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गुजरात में कोरोना नियंत्रण के लिए अपनाई जा रही है केरल की ये पद्धति

locationअहमदाबादPublished: Jun 12, 2020 12:43:53 am

Ahmedabad district, DDO Arun mahesh babu, Kerala, reverse quarantine

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गुजरात में कोरोना नियंत्रण के लिए अपनाई जा रही है केरल की ये पद्धति,गुजरात में कोरोना नियंत्रण के लिए अपनाई जा रही है केरल की ये पद्धति

अहमदाबाद. राज्य में कोरोना नियंत्रण के मामले में रिवर्स क्वारंटाइन पद्धति अपनाने वाला अहमदाबाद जिला प्रथम है। देश में केरल राज्य इस पद्धति से काम कर रहा है।
अहमदाबाद जिले के ग्रामीण इलाकों में कोरोना को नियंत्रण में करने के लिए विविध कदम उठाए गए हैं। इनमें से रिवर्स क्वारंटाइन भी एक विशेष कदम है।
जिला विकास अधिकारी अरुण महेश बाबू ने बताया कि अहमदाबाद जिले में रिवर्स क्वारंटाइन के कारण कोरोना की तीव्रता को कम किया जा सका है। कोरोना का संक्रमण लगने की सबसे अधिक आशंका उम्र दराज लोगों में होती है। यदि ऐसे लोगों को संक्रमण लगता है, तो उनके शरीर में वायरल का भार भी बढ़ जाता है। जिससे संक्रमण ज्यादा फैलने की आशंका होती है। जिसे ध्यान में रखकर ऐसे व्यक्तियों को रिवर्स क्वारंटाइन किया जा रहा है। फिलहाल 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को रिवर्स क्वारंटाइन किया जा रहा है।
कैंसर, हृदय समेत कुछ रोग ऐसे हैं जिनसे व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। साथ ही छोटे बच्चे व गर्भवती महिलाओं की भी रोग प्रतिरोधक शक्ति कम होती है।
गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों में से 59 फीसदी रिवर्स क्वारंटाइन
उनके अनुसार 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों में से 10 फीसदी को प्रथम चरण में और गंभीर बीमारियों से पीडि़तों में से 59 फीसदी को दूसरे चरण में रिवर्स क्वारंटाइन किया जा रहा है।
उनके अनुसार अहमदाबाद ग्राम योद्धा कमेटी की इस पहल के अनुरूप यह काम किया जा रहा है जिसकी भारत सरकार ने भी सराहना की है। केरल में इस पद्धति से काम किया जा रहा है इसके बाद अहमदाबाद जिला काम कर रहा है।
ये है रिवर्स क्वारंटाइन पद्धति
संक्रमित व्यक्ति और उसके संपर्क में आने वाले व्यक्ति को क्वारंटाइन करना सामान्य प्रक्रिया है, जबकि रिवर्स क्वारंटाइन में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आने के बावजूद क्वारंटाइन किया जा सकता है।
यह पद्धति उन लोगों के लिए अपनाई जाती है, जो साठ वर्ष से अधिक आयु के हैं या फिर गंभीर रोगों से ग्रस्त हैं। इन्हें एक से अधिक बार भी क्वारंटाइन किया जा सकता है। कोरोना वायरस का संक्रमण न लगे इस उद्देश्य से उन्हें समाज के संपर्क से बचाया जाता है। ऐसे लोगों की बार-बार स्क्रीनिंग और उपचार की भी व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग करता है।
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