उनके अनुसार 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों में से 10 फीसदी को प्रथम चरण में और गंभीर बीमारियों से पीडि़तों में से 59 फीसदी को दूसरे चरण में रिवर्स क्वारंटाइन किया जा रहा है।
उनके अनुसार अहमदाबाद ग्राम योद्धा कमेटी की इस पहल के अनुरूप यह काम किया जा रहा है जिसकी भारत सरकार ने भी सराहना की है। केरल में इस पद्धति से काम किया जा रहा है इसके बाद अहमदाबाद जिला काम कर रहा है।
संक्रमित व्यक्ति और उसके संपर्क में आने वाले व्यक्ति को क्वारंटाइन करना सामान्य प्रक्रिया है, जबकि रिवर्स क्वारंटाइन में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आने के बावजूद क्वारंटाइन किया जा सकता है।
यह पद्धति उन लोगों के लिए अपनाई जाती है, जो साठ वर्ष से अधिक आयु के हैं या फिर गंभीर रोगों से ग्रस्त हैं। इन्हें एक से अधिक बार भी क्वारंटाइन किया जा सकता है। कोरोना वायरस का संक्रमण न लगे इस उद्देश्य से उन्हें समाज के संपर्क से बचाया जाता है। ऐसे लोगों की बार-बार स्क्रीनिंग और उपचार की भी व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग करता है।