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अहमदाबाद के एक ही परिवार के चार सदस्यों ने किया प्लाज्मा दान

locationअहमदाबादPublished: Jul 23, 2020 10:22:56 pm

Submitted by:

Omprakash Sharma

…एक ही घर के 12 ने दी थी कोरोना को मात

अहमदाबाद के एक ही परिवार के चार सदस्यों ने किया प्लाज्मा दान

अहमदाबाद के एक ही परिवार के चार सदस्यों ने किया प्लाज्मा दान

अहमदाबाद. शहर के कृष्णनगर में रहने वाले एक परिवार के चार सदस्यों ने प्लाज्मा दान किया है। इस परिवार के 12 सदस्य कोरोना से संक्रमित हुए थे जिन्हें फिलहाल छुट्टी मिल गई है। प्लाज्मा से कोरोना संक्रमितों का उपचार किया जाता है एक के दान करने से दो व्यक्तियों में प्लाज्मा ट्रान्समिशन हो सकता है।
कृष्णनगर निवासी अनल वाघेला के परिवार के 12 सदस्य कोरोना से संक्रमत हुए थे। इस पूरे परिवार ने कोरोना को हरा दिया। इसके बाद इनमें से चार ने प्लाज्मा दान किया है। प्लाज्मा दान करने के पीछे इस परिवार का उद्देश्य अन्य लिोगों की जान बचाना है। अनल वाघेला ने बताया कि भारतीय संस्कृति में दान को महत्वपूर्ण माना गया है। जबकि रक्तदान को महादान माना जाता है। कोरोना की इस विपरीत स्थिति में प्लाज्मा का दान श्रेष्ठ साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा दान करना काफी सरल है। जो लोग कोरोना को मात देकर आए हैं उन्हें चिकित्सकीय जांच कराने के बाद प्लाज्मा का दान करना चाहिए। इससे गंभीर मरीजों की जान को बचाया जा सकता है। इस परिवार के अन्य सदस्य निनाद वाघेला ने कहा कि कोरोना के ठीक होने के बाद उन्होंने यह दान समाज सेवा के लिए किया है। उन्होंने प्लाज्मा दान को नैतिक जिम्मेदारी बताया है।
कोरोना से ठीक होने वाले ही करते हैं प्लाज्मा दान

कोरोना के उपचार में सहायक हो रही कोरोना पद्धति में वे लोग ही प्लाज्मा दान कर सकते हैं जिन्होंने कोरोना को मात दी है। ऐसे समय में एन्टीबॉडी में वृद्धि होती है और उस दौरान लिया गया प्लाज्मा अन्य मरीज में भी एन्टीबॉडी विकसित करने का काम करता है। जिससे कोरोना का मरीज ठीक हो सकता है। एक व्यक्ति से लिया जाने वाला प्लाज्मा दो मरीजों को काम आ सकता है।
सिविल अस्पताल में प्लाज्मा बैंक से 35 का किया प्लाज्मा से उपचार
अहमदाबाद के सिविल अस्पताल स्थित कोविड सेंटर में कार्यरत गुजरात की पहली प्लाज्मा बैंक में से राज्य के विविध अस्पतालों में 35 से अधिक मरीजों को प्लाज्मा का इस्तेमाल किया जा चुका है। अब तक बैंक में 50 से अधिक लोगों का प्लाज्मा मिल चुका है, जो 100 मरीजों के लिए काम आ सकता है। प्लाज्मा दान करने वालों कीी संख्या अब बढ़ रही है। जिससे जरूरतमंदों का उपचार हो सकेगा।
डॉ. एम.एम. प्रभाकर, एसओडी सिविल अस्पताल कोरोना सेंटर
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