प्राथमिक जांच में पता चला कि अशोकभाई प्लाइवुड का व्यापार करते थे फिलहाल निवृत्त जीवन बिता रहे थे। उनका पुत्र हेतार्थ दुबई में रहता है। लॉकडाउन के समय वह दोनों भी पुत्र के साथ ही दुबई में थे। उनकी पुत्री मेघा अहमदाबाद में ही नारणपुरा इलाके में रहती है। उसे सूचना मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गई। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। सूत्रों का कहना है कि बुजुर्ग दंपत्ति की होली पर दुबई पुत्र के पास जाने की तैयारी थी।
पुलिस की जांच में सामने आया कि शांतिवन पैलेस बंगलो के सिक्योरिटी गार्ड जयंतीभाई भरवाड़ ने यह घटना हुई उसके बाद चार लोगों को अशोकभाई के बंगले से बाहर निकलते देखा। पहले तो ये धीरे धीरे बाहर निकलने फिर बाद में तेजी से दौड़ते हुए बाहर निकल गए। शंका होने पर सिक्योरिटी गार्ड ने अशोकभाई के घर जाकर देखा तो उनकी कार का दरवाजा खुला था। घर का मुख्य दरवाजा भी टूटा हुआ था। अशोकभाई भी रूम में लहूलुहान हालत में पड़े थे यह देख चौकीदार पड़ोसी हर्षदभाई को बुलाने चला गया। सोसायटी के चेयरमैन को बुलाया उन्होने ने भी इस घटना के बारे में पुलिस को सूचना दी। अशोकभाई की कार को लेकर जाने की कोशिश भी आरोपियों की ओर से की गई होने की आशंका है।
शहर में इस घटना ने एक बार फिर से बुजुर्गों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इससे पहले शहर के दाणीलीमडा इलाके में एक एनआरआर बुजुर्ग के घर में घुसकर उनकी पिटाई कर लूट की वारदात को अंजाम दिया जा चुका है।