अहमदाबाद के चांदखेड़ा इलाके में साबरमती रेलवे कोलोनी मैदान पर साबरमती बंगाली चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित होने वाली दुर्गा पूजा में ४९ साल में पहली बार पांडाल नहीं सजेगा। इस वर्ष ४९ वां साल है। पहली बार मूर्तियां नहीं बनवाई गई हैं। ट्रस्ट की ओर से प्रति वर्ष अलग अलग थीम पर पांडाल सजाया जाता है।
ट्रस्ट से जुड़े विश्वनाथ डे बताते हैं कि इस वर्ष सिर्फ माता जी की घट स्थापना की जाएगी। रेलवे कोलोनी में घट स्थापना करके उसे ट्रस्ट के वल्लभपार्क स्थित कार्यालय में लाया जाएगा। वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पूजा अर्चना की जाएगी। प्रतिमा नहीं बनवाई गई है।
चांदखेडा बंगाली कल्चरल एसोसिएशन से जुड़े आलोक बिश्वास ने बताया कि ओएनजीसी अवनि भवन के सामने स्थित परिसर में मां दुर्गा की प्रतिमा को नहीं बनवाया गया है। केवल घट स्थापना करके महा पष्ठी से दशहरा तक पूजा अर्चना की जाएगी। कोरोना के चलते मंजूरी नहीं होने से प्रतिमा नहीं बनवाई गई है।
मणिनगर में बंगाली सेवा समाज की ओर से गोर के कुए के पास एक पार्टी प्लॉट में दुर्गा पूजा का आयोजन होता है। बड़ा पांडाल सजता था, लेकिन कोरोना के चलते इस वर्ष पांडाल नहीं सज रहा है। सिर्फ मां दुर्गा की छोटी सी प्रतिमा की स्थापना करके पूजा अर्चना की जाएगी। इलाके के मोन्टू गोस्वामी ने यह जानकारी दी।