सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लगाई ९.५९ लाख की चपत
अहमदाबाद. शहर में ऑटो रिक्शा चलाकर गुजारा करने वाले एक युवक को सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने से विश्वास में लेकर उसके पास से ९.५९ लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है। पीडि़त ऑटो चालक की ओर से इतने रुपए देने के बावजूद भी नौकरी नहीं मिलने पर उसने आरोपी पिता-पुत्र के विरुद्ध सोमवार को चांदखेड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
मेघाणीनगर दिलीपभाई की चाली में रहने वाला राकेश गुप्ता (२७) अहमदाबाद के मेघाणीनगर से चांदखेड़ा के बीच ऑटो रिक्शा चलाता है।
इसी दौरान दो साल पहले एक दिन मोटेरा कोटेश्वर रोड देवप्रयाग सोसायटी निवासी शैलेन्द्र पटेल से उसकी मुलाकात हुई। उसने अक्सर ऑटो की जरूरत होने की बात कहते हुए मोबाइल नंबर लिया और फिर वह अक्सर फोन करके आटो किराए पर ले जाता था।
सचिवालय गांधीनगर भी कई बार ले जाता था। उसने एक बार सरकारी नौकरी दिलाने की बात कहते हुए पढ़ाई लिखाई के दस्तावेज मांगे और फिर कहा कि अभी जल्द ही क्लर्क की भर्ती निकलने वाली है। पांच-दस लाख खर्च कर सको तो वह नौकरी दिला देगा। बातों में आए राकेश ने दिसंबर २०१८ से उसे उसके बताए अनुसार पैसे देने शुरू किए। राकेश ने अपने पिता की भी आरोपी शैलेन्द्र और शैलेद्र के पिता शांतिलाल पटेल से उनके घर जाकर मुलाकात कराई। दोनों पिता पुत्रों ने सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर अलग-अलग समय पर ९ लाख ५९ हजार रुपए ऐंठ लिए लेकिन कोई सरकारी नौकरी नहीं दिलाई और ना ही पैसे लौटाए। ऐसे कर दोनों ने ठगी एवं विश्वासघात किया है। चांदखेड़ा पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर तफ्तीश शुरू की है।